प्रदेश सरकार जोजरी नदी के पुनरुद्धार के लिए कृत संकल्पित-पटेल

  • संसदीय कार्य मंत्री की अध्यक्षता में सांगरिया सीटीईपी में उद्योगों के प्रदूषित पानी के ट्रीटमेंट के लिए समीक्षा बैठक आयोजित
  • सीटीईपी सदस्य इकाइयों में उपचारित जल की आपूर्ति का किया उद्घाटन

जोधपुर(डीडीन्यूज),प्रदेश सरकार जोजरी नदी के पुनरुद्धार के लिए कृत संकल्पित-पटेल।संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल की अध्यक्षता में रविवार को सांगरिया स्थित संयुक्त उपचारित जल संयंत्र के सभागार में जोधपुर के औद्योगिक क्षेत्र सांगरिया के सीटीईपी संयंत्र के परिचालन एवं इंडस्ट्रियल वेस्ट वाटर के ट्रीटमेंट के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित हुई।

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बैठक के पश्चात संसदीय कार्य मंत्री पटेल,शहर विधायक अतुल भंसाली,जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल एवं लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने संयुक्त उपचारित जल संयंत्र की सदस्य इकाइयों में उपचारित जल की आपूर्ति का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार जोजरी नदी के पुनरुद्धार के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा बजट में जोजरी नदी के पुनरुद्धार के लिए 176 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। हमारा लक्ष्य है कि जोजरी और लूणी नदी में स्वच्छ एवं निर्मल जल प्रवाहित हो।

प्रकृति एवं मानव जीवन के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा हमें गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है,जोजरी नदी में प्रदूषित पानी के कारण स्वास्थ्य एवं आजीविका पर अनेक हानिकारक प्रभाव पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा प्रदूषण का स्तर अकल्पनीय है,क्षेत्र की हजारों बीघा जमीन पूर्णतः बंजर हो गई है। गांवों में बदबू और प्रदूषित पानी के कारण मलेरिया एवं डेंगू जैसी अनेक बीमारियों फैल रही हैं। पटेल ने कहा प्रकृति एवं मानव जीवन के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को दिए निर्देश
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि उद्योगों द्वारा ट्यूबवेल के माध्यम से धरती के अंदर जहरीला पानी डाला जा रहा है और टैंकरों द्वारा रात्रि के समय प्रदूषित जल जोजरी नदी में छोड़ा जा रहा है। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को बिना ट्रीटमेंट किए पानी छोड़ने वाले उद्योगों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

प्रत्येक उद्योगपति अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाएं,बिना ट्रीटमेंट के पानी नहीं छोड़ें
पटेल ने कहा प्रत्येक उद्योगपति अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाएं बिना ट्रीटमेंट के पानी नहीं छोड़ें। जिससे प्रकृति और मानव जीवन को बचाया जा सके। उन्होंने कहा भूमि के बंजर होने से किसानों की आजीविका पर संकट आया है। गन्दे पानी के कारण लूणी विधानसभा क्षेत्र के 3 विद्यालय भी शिफ्ट करने पड़े हैं।

जियो और जीने के दो
उन्होंने उद्योगपतियों से आह्वान करते हुए कहा भगवान महावीर के सिद्धांत ‘जियो और जीने के दो’ के अनुरूप प्रकृति रक्षण और जोजरी के निर्मल प्रवाह का संकल्प लें।

प्रदेश सरकार द्वारा उद्योगों को बेहतर सुविधाएं एवं अनुकूल वातावरण प्रदान किया जा रहा है
पटेल ने कहा प्रदेश की समृद्धि और विकास के लिए उद्योग सबसे महत्वपूर्ण है। प्रदेश सरकार द्वारा उद्योगों को बेहतर सुविधाएं एवं अनुकूल वातावरण प्रदान किया जा रहा है। औद्योगिक क्षेत्र में विभिन्न समस्या का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।

उद्योग पर्यावरणीय मानकों का पालन करें
पटेल ने कहा हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और पर्यावरण प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा उद्योग पर्यावरणीय मानकों का पालन करें और समाज के प्रति अपनी जवाबदेही निभाएं।

रीको को दिए निर्देश
पटेल ने रीको के अधिकारियों को औद्योगिक क्षेत्र में समय पर सड़क की मरम्मत,साफ-सफाई व्यवस्था और उद्योगों से संबंधित आवश्यक सुविधाएं विकसित करने के निर्देश दिए।

वृक्षारोपण अभियान का किया शुभारंभ
संसदीय कार्य मंत्री ने पेड़ लगाकर वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा वृक्ष न केवल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं,बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और हरित भविष्य सुनिश्चित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

ये थे उपस्थित
बैठक में उद्योग क्षेत्र के प्रतिनिधि प्रकाश जीरावाला,प्रकाश संचेती, समाजसेवी राजेंद्र पालीवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय सुरेंद्र सिंह राजपुरोहित,उपखंड अधिकारी दक्षिण पंकज कुमार जैन, उपखंड अधिकारी लूणी पुखराज कंसोटिया,जेडीए उपायुक्त जयपाल सिंह,रीको प्रबंधक कुलदीप दाधीच, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कामिनी सोनगरा,लूणी तहसीलदार इमरान सहित उद्योगपति एवं अधिकारी उपस्थित थे।