पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ 1लाख का इनामी कुख्यात बदमाश राजू फौजी का इलाज जारी
- पुलिस अभिरक्षा में चल रहा है इलाज
- एमडीएमएच में हथियारबंद पुलिस तैनात
- पुलिस पर किए दो राउण्ड फायर, जवाबी कार्रवाई मेें पुलिस ने भी फायरिंग
- राजूफौजी पर एक लाख का इनाम भी घोषित हो रखा था
जोधपुर, भीलवाड़ा पुलिस के दो सिपाहियों की हत्या में वांछित चल रहा कुख्यात अपराधी राजूफौजी आखिराकार पुलिस के हाथ लग गया। उसे जोधपुर में शनिवार की अलसुबह 6:30 बजे बनाड़ एरिया में एक मकान के बाहर से दस्तयाब किया गया। उसने भागने के लिए पुलिस पर दो राउण्ड फायर भी किए। मगर पुलिस और कमांडोज के घेरेबंदी कर जवाबी फायरिंग में घायल हो गया। उसके बाएं पैर के टखने में गोली लगने के बावजूद वह भागने लगा। जिससे नीचे गिरा और पत्थर से सिर टकराने के साथ सिर पर हल्की चोट भी आई। घेराबंदी कर उसे पकड़ा गया और बाद में उपचार के लिए मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पैर पर प्लास्टर चढ़ाया गया है। अब पुलिस अभिरक्षा में उसका उपचार चल रहा है। राज्य के पुलिस कप्तान की तरफ से राजूफौजी पर एक लाख का इनाम भी घोषित हो रखा था। इसके अलावा भी भीलवाड़ा,अजमेर, बाड़मेर आदि जिलों में भी इनाम घोषित हो रखे हैं।
अजमेर रेंज आईजी एस सेंगाथिर शुक्रवार को पुलिस की स्पेशल टीम के साथ जोधपुर आए थे। यहां पुलिस उपायुक्त पूर्व भूवन भूषण यादव के साथ चर्चा कर बाड़मेर के कल्याणपुर डोली के रहने वाले कुख्यात अपराधी राजूफौजी पुत्र करणा राम के जोधपुर में बनाड़ एरिया में एक मकान पर होने की जानकारी दी। इस पर पुलिस की टीम में पहले से शामिल एसीपी मंडोर राजेंद्र प्रसाद दिवाकर,बनाड़ थानाधिकारी सीताराम खोजा, डांगियवास थानाधिकारी कन्हैयालाल आदि के साथ क्यूआरटी के कमांडोज को अलर्ट किया गया।
शनिवार की सुबह छह बजे राजूफौजी बनाड़ एरिया में एक मकान पर बाइक पर पहुंचा। तब 30 पुलिस अधिकारियों, सिपाहियों एवं कमांडोज की घेराबंदी पहले से हो रखी थी। जब वह पहुुंचा तो उसे पकड़ऩे का प्रयास किया गया। उसने भागने की कोशिश में पुलिस पर दो राउण्ड फायर कर दिए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी दो राउण्ड फायर किए। सुबह छह बजे अंधेरा होने के कारण वह भागने लगा। तब पुलिस की फायरिंग से उसके बाएं पैर के टखने में गेाली लगने से वह घायल हो गया। फिर वह भागने लगा तो नीचे गिर गया और पत्थर से सिर टकराने के कारण उसे चोट भी लगी। तब क्यूआरटी कमांडोज और पुलिस ने घेर कर उसे दबोच लिया। उसे बाद में तत्काल पहले उपचार के लिए मथुरादास माथुर अस्पताल लाया गया। जहां पर पैर पर प्लास्टर चढ़ाया गया। सिर पर चोट का भी प्राथमिक उपचार किया गया।
पुलिस अभिरक्षा में चल रहा उपचार
राजू फौजी का अब पुलिस की अभिरक्षा में मथुरादास माथुर अस्पताल में उपचार चल रहा है। उसके भागने की आशंका में हथियाबंद जवानों को तैनात रखा गया है।
सेना से हो रखा बर्खास्त
राजूफौजी बाड़मेर के कल्याणपुर स्थित डोली गांव का रहने वाला है। वह पहले सेना में नौकरी करता था। बाद में किसी कारण से सेना की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद वह तस्करी के कामों में लिप्त हो गया। इस साल की शुरूआत में उसने भीलवाड़ा पुलिस के दो सिपाहियों के साथ मुठभेड़ की थी। तब दो सिपाहियों की इसमें मौत हो गई थी, तब से वह फरार चल रहा था। उसे पकड़ऩे के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक ने एक लाख का इनाम भी घोषित किया था।
जोधपुर में भी हिस्ट्रीशीटरों के संपर्क में रहा
राजूफौजी जोधपुर में भी हिस्ट्रीशीटरों के संपर्क में रहा था। यह हिस्ट्रीशीटर चौपासनी हाऊसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र में रहने वाले हैं। जिनके बीच पुरानी अदावत चली आ रही है। राजूफौजी एक साल पहले भी जोधपुर आया था। चौपासनी हाऊसिंग बोर्ड पुलिस द्वारा पकड़े गए हिस्ट्रीशीटरों से इस बात का खुलासा हुआ था।
चार जिलों की पुलिस ने की कार्रवाई
शनिवार की सुबह छह बजे पुलिस के साइबर सेल की सूचना पर 4 जिलों की पुलिस ने देर रात को जोधपुर जयपुर रोड पर बनाड़ थाना इलाके के खोखरिया गांव में घेराबंदी कर ली थी। भीलवाड़ा पुलिस के कमांडोज के साथ जोधपुर कमिश्नरेट,जोधपुर देहात जिला, नागौर जिला पुलिस के कमांडो ने गांव में पोजीशन ले ली थी।
डीसीपी यादव पहुंचे अस्पताल
उसके पकड़े जाने की सूचना पर बाद में पुलिस उपायुक्त पूर्व भुवन भूषण यादव मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचे। उसके सुरक्षा में पुलिस और गार्ड को तैनात किया गया। बाद में राज्य के पुलिस मुखिया को उसके पकड़े जाने की जानकारी दी गई। फिलहाल उसका पुलिस अभिरक्षा मेें उपचार जारी है।
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