रीट परीक्षा : न पास हुआ न लगी नौकरी,जेल जरूर पहुंच गया

  • शातिर से पास कराने के लिए 14 लाख में डील
  • 8.30 लाख हड़प लिए

जोधपुर,शहर में पिछले सितंबर में रीट की तैयारी कर रहे एक युवक को झांसे में स्कूल व्याख्याता ने परीक्षा पास कराने के लिए 14 लाख में डील की। परिवादी परीक्षा पास नहीं कर सका और न ही नौकरी पर लग सका। बल्कि जेल की सलाखों के पीछे जरूर पहुंच गया। डील कराने वाले ने 8.30 लाख भी हड़प कर लिए। सौदेबाजी जोधपुर कचहरी परिसर में हुई। परिवादी जेल से रिहा हुआ और रकम मांगी तो टालमटोल जवाब मिला। अब इस बारे में उदयमंदिर थाने में धोखाधड़ी में केस दर्ज करवाया है।

उदयमंदिर पुलिस ने बताया कि घटना में छितरबेरा भोजासर निवासी विक्रम पुत्र बुधाराम विश्रोई की तरफ से धोखाधड़ी में रिपोर्ट दी गई। इसमें बताया कि गत वर्ष वह रीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। तब उसकी पहचान सुनील पुत्र करणाराम डारा से हुई थी। उसने बताया कि वह परीक्षा पास करा देगा। वह खुद परीक्षा देने के लिए उसके स्थान पर बैठेगा। मगर उसके लिए 14 लाख रूपए लगेंगे। परिवादी ने अपने घरवालों से बात कर डील का फाइनल किया था। बाद में सुनील विश्रोई ने अपने एक परिचित सांचोर के जाखल निवासी रमेशचंद्र से मिलवाया। इन लोगों के बीच हुई बातचीत में बताया रमेश मालवाड़ा की सरकारी स्कूल में व्याख्याता है और वह परीक्षा में बैठेगा। तब पहले कचहरी परिसर में एक केंटिन में एक लाख रूपए पेशगी दी गई। सितंबर 21 में परीक्षा होनी थी। आधी रकम परीक्षा से पहले आधी बाद में देना तय हुआ।

परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि उसने बाद में 5.50 लाख,एक लाख चेक और 80 हजार रूपए फोन के माध्यम से दिए थे। कुल 8.30 लाख रूपए दिए गए। मगर परीक्षा वाले दिन व्याख्याता रमेश ने अपने स्थान पर अपने अन्य परिचित मनोज को परीक्षा देने भेज दिया। इस पर मनोज रामगढ में हो रही परीक्षा में पकड़ा गया और मामला गोगामेड़ी थाने में दर्ज हो गया। बाद में पुलिस ने सुनील विश्रोई, मनोज उसके पिता जगमाल और परिवादी विक्रम विश्रोई को भी गिरफ्तार किया था। मगर जेल से रिहा होने के बाद भी उसे 8.30 लाख की रकम आरोपियों द्वारा नहीं लौटाई गई। अब पीडित की तरफ से उदयमंदिर थाने में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करवाया गया है।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें-http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews