निविदा नर्सिंग भर्ती के विरुद्ध नर्सेज ने किया प्रदर्शन
जोधपुर(डीडीन्यूज),निविदा नर्सिंग भर्ती के विरुद्ध नर्सेज ने किया प्रदर्शन। निविदा नर्सिंग भर्ती के विरोध में राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन जोधपुर शहर अध्यक्ष विजेंद्र सिंह मेड़तिया के नेतृत्व में सैंकड़ों महिला और पुरुष नर्सेज ने मेडिकल कॉलेज में विरोध प्रदर्शन करके भर्ती निरस्त करने की मांग की गई। जिसमें निविदा भर्ती में 302 नर्सिंग अधिकारी लगाने का विरोध व्यक्त किया। इस दौरान तख्तियों,नारों तथा बैनर से विरोध व्यक्त किया।
अध्यक्ष विजेंद्र सिंह मेड़तिया ने बताया कि निविदा प्रथा नर्सिंग संवर्ग को खत्म करने की शुरूआत है तथा बेरोजगार युवाओं को बोनस का लालच देकर में ठेकेदारों द्वारा बड़े लेवल पर भ्रष्टाचार करने की कोशिश की जा रही है। जिनको ठेका दिया गया वो फर्म पारदर्शी नियमों की पालना नहीं करते हुए बैक डोर एंट्री से फायदा पहुंचाने का कार्य कर रहे है। बड़ी राशि भी ज्वाइनिंग के नाम पर देने का आरोप लग रहा है। जिसका आज विरोध किया गया।
निविदा भर्ती के माध्यम से शासन और प्रशासन द्वारा नर्सेज को 13000 रुपये देकर आर्थिक शोषण किया जायेगा। अध्यक्ष ने बताया कि काफी फर्मों के बारे सूचना मिली कि इनके द्वारा प्रचार,प्रसार,उचित अवसर,नियम पालना,पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया,रोस्टर प्रणाली की कोई पालना नहीं। ये फर्मों द्वारा कई जगह पर डिफॉल्टर तथा कई जगह ब्लैक लिस्टेड होने के भी तथ्य धीमे धीमे सामने आ रहे है। जिसकी तरीके से जांच नहीं हुई। तथा मिली भगत की आशंका से किनारा नहीं किया जा सकता।
सेवा पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत रक्तदान शिविर 19 को
नर्सेज की मांग पत्र पर प्रदर्शन के दौरान प्रधानाचार्य डॉ बीएस जोधा ने ज्ञापन लिया और नर्सेज को आश्वस्त करते हुए जयपुर चिट्ठी लिखने तथा टेंडर प्रक्रिया को एक बार माह के लिए रोकने पर सहमति व्यक्त की। नर्सेज के प्रदर्शन के दौरान संरक्षक पीयूष ज्ञानी,पूर्व अध्यक्ष जगदीश जाट,नटवर भार्गव,महासचिव राजू सिंह राजपुरोहित,हसीना बानो, संजय चौधरी,सुरेंद्र चौधरी,प्रेमलता चौधरी,राजेश बिश्नोई,जितेन्द्र बङवाल,दीपिका सेन,बिनु गुप्ता, गायत्री मेड़तिया,बसंत रॉयल सहित अनेक पदाधिकारियों ने संबोधित किया,इस दौरान संजय चौधरी, यूटीबी निविदा संघर्ष समिति के अध्यक्ष क्रमशः रितेश सिसोदिया तथा राजेंद्र पालीवाल,लेब टेक्नीशियन के अध्यक्ष राम चौधरी के नेतृत्व में समर्थन देने शामिल हुए।
भर्ती पूर्ण रद्द नहीं करने पर संगठन ने आगे के आंदोलन की घोषणा की तथा अगले 2 दिन के रूपरेखा बनाने हेतु प्रस्ताव पास किया।