रेफर मामलों में रेलकर्मियों के लिए अब उम्मीदकार्ड बेस्ड मोबाइल ओटीपी जरूरी
रेलकर्मियों को उम्मीदकार्ड से जुड़ा मोबाइल अपडेट करने का निर्देश
जोधपुर(डीडीन्यूज),रेफर मामलों में रेलकर्मियों के लिए अब उम्मीदकार्ड बेस्ड मोबाइल ओटीपी जरूरी। रेलवे ने अपने सेवारत,सेवानिवृत्त कर्मचारियों और उनके आश्रितों के अन्य संबद्ध अस्पतालों में रेफरल मामलों में उपचार के लिए उम्मीद कार्ड आधारित मोबाइल ओटीपी की अनिवार्यता लागू की है।
जोधपुर मंडल रेलवे अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सीता राम बुनकर ने बताया कि कई बार अत्यंत जटिल रोगों के उपचार हेतु रोगियों को रेलवे से संबद्ध निजी अथवा सरकारी अस्पतालों में उपचार के लिए रेफर किया जाता है।
उन्होंने बताया कि परिवर्तित व्यवस्था के अनुसार संबद्ध अस्पतालों में इलाज के लिए उम्मीद कार्ड व एचएमआईएस मोबाइल ऐप के माध्यम से रोगी को डिजिटल रेफरल पत्र जारी किया जाता है, जिस पर रोगी का वह मोबाइल नंबर लिखा जाता है जो उसके व्यक्तिगत उम्मीद कार्ड से रजिस्टर्ड होता है।
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डिजिटल रेफर पत्र लेकर रेफरल मरीज जब अन्य संबद्ध अस्पताल में जाता है तो वहां प्रशासनिक खंड में रोगी के उम्मीदकार्ड से रजिस्टर्ड मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाता है, जिसकी मदद से अस्पताल प्रबंधन मरीज की पहचान और रेफरल की पुष्टि करता है,जिसके बाद ही वहां उपचार प्रारंभ किया जा सकता है।
रेलकर्मियों को उम्मीदकार्ड बेस्ड मोबाइल नंबर अपडेट रखने के निर्देश
जोधपुर मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने मंडल के सभी सेवारत और सेवानिवृत्त रेलकर्मियों से अपना उम्मीदकार्ड बेस्ड मोबाइल नंबर तत्काल प्रभाव से अपडेट करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में रेफर के दौरान उन्हें संबद्ध अस्पताल में ओटीपी आसानी से उपलब्ध हो सके और बिना परेशानी के चिकित्सा सेवा का लाभ मिल सके। इससे रेफर मामलों की पुष्टि होगी और उनमें पारदर्शिता आएगी। ज्ञात रहे कि उम्मीदकार्ड से जुड़ा मोबाइल नंबर सिर्फ मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय की कार्मिक शाखा में ही अपडेट किया जा सकता है।