जोधपुर, कोविड के कारण पूरी दुनिया में रोजगार के अवसर सिकुड़ रहे हैं, लेकिन नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जोधपुर ने प्लेसमेंट के मामले में बाजी मारते हुए एक बार फिर रिकॉर्ड कायम किया है। लगातार दूसरे वर्ष सभी छात्रों का प्लेसमेंट हो गया है। एक छात्र को सबसे अधिक अस्सी लाख का पैकेज मिला है।
एनएलयू सचिव नेहा गिरी ने बताया कि कोरोना के फैलाव के कारण रोजगार के अवसर सीमित हुए हैं। उसके बावजूद कैंपस इंटरव्यू में हमारी कॉलेज के छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर नियोक्ताओं को आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर कम हो रहे हैं लेकिन इस वर्ष एनएलयू के सभी छात्रों का प्लेसमेंट हो गया है।
एक इंटरनेशनल लॉ फर्म ने यहां के एक छात्र को अस्सी लाख रुपए का पैकेज प्रदान किया है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। यह पहला अवसर नहीं है जब हमारे किसी छात्र का इंटरनेशनल लॉ फर्म में चयन हुआ है। यहां से निकले कई छात्र अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी काबिलियत दर्शा रहे हैं।
नेहा गिरी ने बताया कि देश में अमूमन लॉ फर्म 13 से 18 लाख का और कंपनियों की तरफ से 8 से 12 लाख रुपए तक का पैकेज छात्रों को प्रदान किया जाता है। एनएलयू में गत वर्ष भी कोरोनाकाल के बावजूद सभी छात्रों का प्लेसमेंट हो गया था।उन्होंने बताया कि हमारे संस्थान में देशभर के बेहतरीन छात्र पढऩे के लिए हैं।
यहां प्रवेश पाने के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा के दौर से गुजरते हैं। सभी छात्रों के प्लेसमेंट से युवा वर्ग में अच्छा मैसेज जाता है। इस कारण कई युवा इस क्षेत्र को अपना भविष्य चुनते हुए प्रवेश की तैयारी करते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि इस उपलब्धि के बाद एनएलयू में प्रवेश लेने के लिए युवाओं का रुझान काफी बढ़ेगा। इसका लाभ हमें यह होगा कि देश के बेहद प्रतिभाशाली बच्चों का समूह यहां पढऩे के लिए प्रवेश लेगा। एनएलयू जोधपुर का देश के बेहतरीन लॉ कॉलेजों में नाम शुमार है और इसकी रैंकिंग भी काफी ऊंची है।
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