नकबजन अजमेर से पकड़ा,25 किलो चांदी चोरी का खुलासा

  • फ्लाइट और वोल्वो बस से आता -दीवारों पर चढऩे में माहिर है शातिर
  • चोरी के बाद दीवार से कूदने पर चोट भी लगी
  • अस्पतालों के वेटिंग हॉल मेें रूकता -चयनित स्थान पर देता वारदात को अंजाम
  • शहर की कई पुरानी बड़ी वारदातें भी खुली

जोधपुर,कमिश्ररेट की सरदारपुरा पुलिस ने अजमेर से एक शातिर नकबजन को गिरफ्तार कर 28 जुलाई को ज्वैलरी शॉप में हुई 25 किलो चांदी चोरी का खुलासा किया है। शातिर नकबजन फ्लाइट और वोल्वो बस से सफर करता। चोरी के बाद इन्हीं साधनों से अपने शहर या अन्य शहर को निकल जाता। वारदात के लिए वह किसी होटल सराय आदि जगहों पर नहीं ठहरता बल्कि अस्पतालों की वेटिंग हॉल में ठहरता था। जोधपुर में भी वारदात को अंजाम देने से पहले तीन चार दिन तक महात्मा गांधी अस्पताल के वेटिंग हॉल में ठहरा था। प्रदेश भर में कई स्थानों पर बड़ी बड़ी चोरियां खुद अकेले ही की है। सबसे बड़ी बात है कि यह दीवार या भवनों में चढऩे में माहिर है। यहां पर चार मंजिला भवन चढऩे के समय वह नीचे उतरने के दौरान दूसरी या तीसरी मंजिल से नीचे भी गिर गया था। जिससे कमर में चोट भी लगी थी। उससे शहर की कई पुरानी बड़ी वारदातें भी खुल गई है। 12 साल पहले सोजती गेट पर अन्नतराम कट्टा ज्वैलर्स से साढ़े चार किलो सोना भी उड़ाया था।

यह है मामला

सरदरापुरा वाले मामले में मुकुंद कुमार पित्ती पुत्र आनंद कुमार की तरफ से केस दर्ज करवाया गया था। इसके अनुसार सरदारपुरा चौथी बी रोड स्थित मैना सिल्वर ज्वैलरी शोरूम से करीब 25 किलो चांदी जिसमें पायल, बिछियां,अंगूठी,मूर्तियां व सिक्के सहित 75 हजार की नकदी चोरी होने की रिपोर्ट दी थी।

300 कैमरों की मदद 11 सौ किलोमीटर तक पीछा

पुलिस ने करीब 300 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चैक करते हुए अंतराज्यीय नकबजन की पहचान करते हुए मध्यप्रदेश व उत्तर प्रदेश तक 1100 किलोमीटर पीछा कर नकबजन को अजमेर के पास से दस्तयाब करने में सफलता हासिल की है।

यह थी पुलिस टीम

पुलिस आयुक्त रविदत्त गौड़ एवं डीसीपी पश्चिम गौरव यादव ने नकबजन को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। जिसकी कड़ी में एडीसीपी पश्चिम हरफूल सिंह व एसीपी पश्चिम चक्रवर्ती सिंह राठौड़ के निकट सुपरविजन में सरदारपुरा थानाप्रभारी सोमकरण के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया। उक्त टीम में शामिल एसआई सलीम मोहम्मद,हैड कांस्टेबल शकील खान, कांस्टेबल कैलाश राजपुरोहित व राजा राम ने घटना स्थल के आसपास सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगे करीब 250 से 300 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चैक करते हुए नकबजन की पहचान मूलत: बैंगलोर हाल चामुण्डा चौराहा,शिव मंदिर के सामने, सीआरपीएफ गेट संख्या एक के सामने,फायसागर रोड, पुलिस थाना गंज,अजमेर निवासी 55 वर्षीय किशन बाणिया पुत्र शंकर के रूप में की। जिसके बाद पुलिस टीम ने विभिन्न वाट्सएप ग्रुृप में अंतरराज्यीय नकबजन किशन बाणिया का वीडियो भेजा।

अजमेर से झांसी तक पीछा

एसीपी पश्चिम चक्रवर्ती सिंह राठौड़ के अनुसार पुलिस टीम को पुख्ता जानकारी मिली कि आरोपी चोरी का माल बेचने के लिए अजमेर से झांसी जा रहा है। जिसके बाद पुलिस टीम ने उसका पीछा करना शुरू किया, इस बीच शातिर नकबजन पुलिस से बचने के लिए अजमेर रवाना हो गया, जिसका पुलिस टीम ने पीछा कर उसे दबोच लिया।

रूमाल टोपी और हाथ में दस्ताने पहनता

आरोपी वारदात को अंजाम देते वक्त हाथ में दस्ताने,सिर पर टोपी पहनने के साथ मुंह पर रूमाल को बांधता था। ताकि कोई उसकी पहचान आसानी से नहीं कर सकें।

यह वारदातें भी की है शहर में

एसीपी चक्रवर्ती सिंह राठौड़ ने बताया कि आरोपी ने साल 2008-10 के आसपास शहर के सोजती गेट नई सडक़ स्थित अन्नतराम कट्टा ज्वैलर्स के अलावा बीस साल पहले शनिश्वर का थान के पास में एक मोबाइल की दुकान में सेंध लगाने के साथ तीन महिने पहले एमजीएच के सामने एक मकान में चोरी की थी। इसके अलावा चार महिने पहले गोल बिल्डिंग स्थित एक शोरूम से लाखों का सोना चांदी पार किया था। साथ ही मेडिकल शॉप को भी निशाना बनाया था।

लगजरी वोल्वो और फ्लाइट से आता फिर आंध्रप्रदेश भाग जाता

सरदारपुरा थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि आरोपी बड़ा शातिर है। उसका परिवार मूल रूप से आंध्र प्रदेश में रहता है। वह खुद अकेला वारदात को अंजाम देता है। वह वारदात के लिए फ्लाइट या वोल्वो बस से सफर करता था। जोधपुर में भी वह वोल्वो बस में सफर कर आया था। कई बार वारदात के बाद फ्लाइट से हैदराबाद चला जाता था।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें- http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews