जोधपुर, जिलाकलेक्टर इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के साथ आजीविका का माध्यम महात्मा गांधी नरेगा योजना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लाॅक में मनरेगा के तहत अधिकाधिक श्रमिकों का नियोजन करें। जिला कलक्टर इन्द्रजीत सिंह ने राजीव गांधी सेवा केन्द्र से ब्लाॅक स्तर पर बीडीओं के साथ नरेगा के कार्यो की ढाई घंटे चली समीक्षा बैठक के अध्यक्ष के रूप में बोल रहे थे।
उन्होंने विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि नरेगा में श्रमिकों के नियोजन व इससे जुड़े विकास कार्यो व उसकी गुणवत्ता के साथ समयबद्धता पर हमें पूरा फोकस रखना है। योजना से जुड़े कार्याे में पारदर्शिता रखते हुए नियमित निरीक्षण के साथ कार्यो की पूर्ण माॅनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि राज्य में जिला नरेगा में तीसरे स्थान पर है। इसमें लगभग 1 लाख श्रमिकों का नियोजन किया जा चुका है। श्रमिकों का नियोजन बढाने का कार्य सतत किया जा रहा है।
मिशन मोड में करें बृहद एवं व्यवस्थित पौधारोपण
जिला कलक्टर इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार बृहद एवं व्यवस्थित रूप से पौधारोपण किया जाना है। जिसके लिए पूर्व तैयारियां सुनिश्चित कर सुनियोजित तरीके से पौधारोपण करवाएं। उन्होंने कहा कि राजकीय वि़द्यालयों,आंगनवाडी केंद्रों, पंचायत भवनों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों, खेल मैदानों, सहित सड़कों के किनारे व वन विभाग की भूमि के साथ जलग्रहण क्षेत्रों में सघन पौधारोपण करें। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। पौधारोपण के साथ उनकी देखभाल की योजना भी बनाई जाए।
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ब्लाॅक वार विकसित करे नर्सरी
जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि प्रत्येक ब्लाॅक में नर्सरी क्षेत्र विकसित किया जाए व आंगनवाडी केन्द्रों में पोषण वाटिका भी बनाई जाए। इनमें पोषण के लिए उपयोगी, लाभकारी, फलदार, सब्जियों तथा औषधीय प्रकृति के पौंधे लगाए जाएं। उन्होने कार्ययोजना शीघ्र बनाने के निर्देश दिये। जिससे मानसून की शुरूआत के साथ ही पौधारोपण का कार्य किया जा सके।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डाॅ इन्द्रजीत यादव ने पौधरोपण अभियान की विभिन्न गतिविधियों के बारे बताया। उन्होंने मनरेगा के तहत प्रत्येक ब्लाॅक में श्रमिक नियोजन के संबंध में जानकारी दी। विकास अधिकारियों को अधिकाधिक श्रमिक नियोजित करने के लिए कहा। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी ब्लाॅक मनरेगा से संबंधित किसी भी प्रकार के भुगतान को लंबित न रखें और इस दिशा में आने वाली समस्यायों को जिला स्तर पर भेजें जिससे जिला स्तर से उसका समाधान करवाया जा सके। बैठक में जिला परिषद के अधिकारियों के साथ आईएएस प्रशिक्षु सोहनराम, मनरेगा के अभियंता ने भाग लेकर विचार विमर्श किया।