- तीसरा दिन रहा रेगिस्तान के जहाज के नाम
- रोमांचक स्पर्धाओं ने जमाया रंग
- डेडानसर स्टेडियम में ऊँटों की भागीदारी वाले कार्यक्रमों ने मोहा मन
- मंत्री शाले मोहम्मद,गोविन्दसिंह डोटासरा एवं सुखराम विश्नोई ने किया पुरस्कार वितरित
जैसलमेर,विख्यात 4 दिवसीय मरु महोत्सव का तीसरा दिन शुक्रवार डेडानसर स्टेडियम में रेगिस्तान के जहाज ऊँटों की भागीदारी से जुड़ी स्पर्धाओं के नाम रहा। इस दौरान ऊँट श्रृंगार, कैमल पोलो, कैमल टेटू शो, शान-ए-मरुधरा आदि ने खासा रंग जमाया।
आर्मी बैण्ड की प्रस्तुति, महिलाओं के बीच रस्साकशी, कबड्डी एवं पनिहारी मटका दौड़ के कार्यक्रम आकर्षण का केन्द्र थे।तीसरे दिन के आयोजनों की शुरूआत ऊँट श्रृंगार (कैमल डेकोरेशन शो) से हुआ। इसमें सजे-धजे ऊँटों के साथ ऊँट मालिकों ने हिस्सा लिया।
इस प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ रहे ऊँटों के मालिकों को अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद, वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई तथा शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा ने प्रमाण पत्र व पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
ऊँट श्रृंगार प्रतियोगिता में कुंवर सिंह राठौड़ का ऊँट प्रथम रहा, जबकि शंकराराम का ऊँट द्वितीय तथा मीरे राम का ऊँट तृतीय स्थान पर रहा। इस अवसर पर विधायक रूपाराम, नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, पर्यटन निदेशक निशान्त जैन, जिला कलक्टर आशीष मोदी, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह, पर्यटन उप निदेशक भानुप्रताप सहित जन प्रतिनिधिगण,आर्मी, वायुसेना एवं बीएसएफ, प्रशासनिक, पुलिस एवं विभागीय जिलाधिकारीगण तथा सैकड़ों की संख्या में सैलानियों एवं स्थानीय निवासियों ने लुत्फ उठाया।
जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग की ओर से सभी अतिथियों का साफा बंधवाकर स्वागत-अभिनंदन किया गया। आर्मी बैण्ड का शानदार प्रदर्शन सभी को मंत्र मुग्ध कर गया। कार्यक्रम का संचालन विजयकुमार बल्लाणी ने किया, जबकि अर्जुनसिंह भाटी, तरुण शर्मा एवं संध्या व्यास ने मंच संचालन में सहयोग दिया।
डेडानसर मैदान में हुई प्रतिस्पर्धाओं के अन्तर्गत शान-ए- मरुधरा प्रतियोगिता में ऊँट स्वामी रमेशाराम को प्रथम, पुरखाराम को द्वितीय तथा दीन सिंह को तृतीय पुरस्कार दिया गया। महिला कबड्डी प्रतियोगिता में केआरसी क्लब भणियाणा ने विजेता का खिताब पाया। महिलाओं की रस्साकशी स्पर्धा में पर्यटकों की टीम विजेता रही। कैमल पोलो प्रतियोगिता में कैमल पोलो संघ ने विजेता का खिताब पाया। पणिहारी (मटका रेस) में यशोदा कुमारी (भणियाणा) को प्रथम, गीता(जैसलमेर) द्वितीय तथा बक्तु (जैसलमेर) तृतीय रही।