श्रीसिद्धेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धा व भक्ति से मनाया महाशिवरात्रि महापर्व

जोधपुर(डीडीन्यूज)।श्रीसिद्धेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धा व भक्ति से मनाया महाशिवरात्रि महापर्व।आदि देव भगवान शिव और शक्ति स्वरूप माता पार्वती के मिलन का महापर्व महाशिवरात्रि पूरे शहर में बड़े ही श्रद्धा और भक्ति से मनाया गया। शहर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड 20-ई सेक्टर के आदर्श नगर स्थित श्रीसिद्धेश्वर महादेव मंदिर में फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि पर बुधवार को महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धा,भक्ति और हर्षोल्लास से मनाया गया।

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आदर्श नगर के समस्त निवासियों के सहयोग से मनाए गए इस माहपर्व के आयोजन में विभिन्न कार्यक्रम हुए। इस अवसर पर आकर्षक फूल मंडली और विद्युत रोशनी से मंदिर को सजाया गया। प्रातःकाल से ही जलाभिषेक,रुद्राभिषेक का दौर निरंतर चलता रहा। क्षेत्र की कन्याओं,महिलाओं व पुरुषों ने जलाभिषेक,दुग्धाभिषेक कर शिव का पूजन किया।

कार्यक्रम के तहत अपराह्न 3 बजे से मंदिर के पुजारी पंडित रमेश चंद्र श्रीमाली ने जोड़ों के साथ रुद्राभिषेक करवाया। रुद्रपाठ के मंत्रों से पूरा मंदिर परिसर भक्ति के भाव से गुंजायमान हो गया। रुद्राभिषेक पूर्ण होने पर सायं साढ़े 5:30 बजे जहां एक तरफ शिव का पंचामृत से अभिषेक कर श्रृंगार किया गया। वहीं दूसरी तरफ भजन संध्या संध्या शुरू हुई। भजन संध्या में प्रसिद्ध भजन गायक पंकज जांगिड़ ने भगवान भोलेनाथ के एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति दी। भजनों की आकर्षक प्रस्तुति में श्रद्धालु झूमते नजर आए।

सायं 7.00 बजे महाआरती की गई,जिसमें क्षेत्रीय निवासियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। साथ ही स्थानीय महिला मंडल ने भजन कीर्तन में कई तरह के भजन की प्रस्तुति दी जिसमें महिलाओं ने नृत्य कर वातावरण को और भी भक्तिमय बना दिया।

महाशिवरात्रि के इस आयोजन के लिए आदर्श नगर के निवासियों ने उत्साह से सभी कार्यों में उत्साह से भाग लेकर कार्यक्रम को ऊंचाइयां प्रदान की। इससे पूर्व महाशिवरात्रि पर्व के लिए मंदिर में में रंगरोगन किया गया। आकर्षक विद्युत रोशनी से मंदिर को सजाया गया है। यहां स्थापित प्रतिमाओं के लिए नई पोशाकें बनाई गई। मंदिर में साफ सफाई आदि की व्यवस्था की गई।

शहर भर के शिवालयों में हुए आयोजन
महाशिवरात्रि का महापर्व शहर भर के शिवालयों में आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया गया। शहर के सभी शिव मन्दिरों को ऋतु पुष्पों और विद्युत रोशनी से सजाया संवारा गया। बम-बम भोले और हर-हर महादेव की गूंज से भोलेनाथ को रिझाने का प्रयास किया गया। शिवालयों में कुमकुम,भांग,बिल्व पत्र,सफेद आक के पुष्प,तुलसी मंजरी,शमी पत्र,दूब,गुलाल,अबीर अर्पित किया गया।

शहर की विभिन्न कॉलोनियों के शिवालयों में भी श्रद्धालु प्रातःकाल से ही पूजा-अर्चना में लगे रहे। महारूद्राभिषेक,पंचामृत अभिषेक, शिव ब्यावला,पूजापाठ सहित अन्य कई अनुष्ठान किए गए। मन्दिरों में दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की गई। सभी शिवालयों में सुबह से मेले जैसा माहौल रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचे। श्रद्धालुओं ने दूध,गन्ने का रस, घी,शहद और अन्य सामग्री से अभिषेक किया। कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

मंडलनाथ,उम्मेद उद्यान,रामसागर, माताजी का थान,कटला बाजार अचलनाथ,चांदपोल सिद्धपीठ रामेश्वरनाथ,जालोरी बारी बड़लेश्वर, तखतसागर सिद्धनाथ,कायलाना गोरेश्वर महादेव मंदिर,अटक भैरुनाथ,भूतनाथ,जागनाथ,एकलिंग महादेव,सरदारपुरा,शिव मंदिर घांचियों का बास महामंदिर,देवराहा महादेव नाडी,रामेश्वर महादेव मंदिर, गोपेश्वर सुखेश्वर महादेव मंदिर,भीड़ भजनेश्वर,प्रतापेश्वर महादेव मंदिर, जूना खेड़ापति मंदिर में दुग्धाभिषेक व पंचामृत से अभिषेक किए गए।

उम्मेद उद्यान स्थित शिवालय में मंदिर ट्रस्ट की ओर से फूल मंडली, संकीर्तन व म्यूजिकल फव्वारे के बीच आकर्षक रोशनी की गई। भूतेश्वर वन क्षेत्र की पहाडियों में स्थित भूतेश्वर महादेव मंदिर में भी महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर पूजन हुआ। इसके अलावा जूना खेडापति बालाजी मंदिर में दिनभर शिव पूजन हुआ। नारायण स्वामी की गुफा में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया गया। शिवलिंग पर पंचामृत के साथ अभिषेक किया गया। महाआरती व महाप्रसादी का आयोजन हुआ। मातेश्वर महादेव मंदिर माधव उद्यान माता का थान में दो दिवसीय महाशिवरात्रि आयोजन किया गया।

माधव पर्यावरण पहाड़ी पर स्थित 12 फीट ऊंची व 6 फीट चौड़ी शिव मूर्ति को आकर्षक रोशनी व फूलों से सजाया गया। कायलाना की पहाडियों पर स्थित प्राचीन भीमेश्वर महादेव मंदिर भीम भड़क परिसर में महाशिवरात्रि पर्व पर 3200 किलो वजनी शिवलिंग के दर्शनार्थ दूर दूर से शिव भक्त आए। महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर परिसर में सुबह ही पूजा पाठ का सिलसिला शुरू हुआ। बम बम भोले के जयकारों के साथ शहर के सबसे बड़े शिवलिंग पर जल,दूध और बेल पत्र चढ़ा कर अभिषेक किया।

घोड़ों का चौक स्थित दूधेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 51 किलो गोदुग्ध से सामूहिक महाअभिषेक किया गया। पुराने रेलवे ओवरब्रिज के नीचे स्थित लगभग 90 वर्ष प्राचीन श्रमिकेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। ऋषिकुल धाम सेवा संस्था ट्रस्ट के तत्वाधान में आचार्य पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी शिव स्वरूपानंद सरस्वती के सानिध्य में पार्थिवेश्वर शिवलिंग का 21 हजार बार अभिषेक किया। संगम प्रयागराज के जल से अभिषेक किया गया। सिंधु महादेव मंदिर हेमू कालानी सर्कल पर महा शिवरात्रि महोत्सव बुधवार को धूमधाम से मनाया गया। सुबह आरती बाद शिवलिंग अभिषेक कार्यक्रम हुए।

कटला बाजार स्थित अचलनाथ महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि महोत्सव पर रामसेतु शिला के दर्शन कराए गए। मंदिर में सुबह भस्म आरती हुई। इसके बाद मंदिर को 11 हजार किलो ऋतु पुष्पों से सजाया गया। इसी क्रम में मंदिर में चारों प्रहर 500 किलो दूध से रुद्राभिषेक व चार प्रहर की आरती हुई। बैद्यनाथ महादेव ब्यावला भजन मण्डली की ओर से अचलनाथ महादेव मन्दिर में शिव ब्यावला का वाचन किया गया।

निकली शिव बारात
शिव बारात महोत्सव समिति सरदारपुरा प्रखंड की ओर से महाशिवरात्रि पर सरदारपुरा सत्संग भवन से शाम को विराट शिव बारात निकाली गई। गोल बिल्डिंग जालोरी गेट से सिरे बाजार होती हुई अचलनाथ मंदिर पर पहुंचकर संपन्न हुई। बारात में आकर्षक का केंद्र काशी के अघोरी की मसान होली, महाकाल की झांझ डमरू टोली, शुक्र शनिचर के साथ देवों व राक्षसी नृत्य रहा। बारात हाथी घोड़े ऊंट के साथ शाही लवाजमे से गाजे बाजे, बाड़मेर की गेर,मराठी ढोल नगाड़ों की टोली के साथ बैल पर महादेव दूल्हा बन कर बैठे। हरिओम सत्संग समिति की ओर से बागर चौक से 11वीं शिव बारात निकाली गई।

शिव पूजन के बाद गाजे-बाजों के साथ शिव बारात रवाना हुई। शिव बारात में हाथी घोड़े,सजीव झांकियां शामिल हुई। नंदी पर सवार महादेव आकर्षण का केंद्र थे। शिव बारात अजय चौक,बागर चौक,उम्मेद स्कूल,साइकिल मार्केट, घंटाघर होते हुए अचलनाथ महादेव मंदिर पहुंची। यहां विशेष पूजा-अर्चना के बाद बारात वापस लायकान मोहल्ला, माणक चौक, तूरजी का झालरा होते हुए शिव छतरी पहुंच कर संपन्न हुई।