पशुधन विकास बोर्ड अध्यक्ष ने ली थापरपारकर परियोजना के अधिकारियों की बैठक
पशुपालन विभाग की पोषित योजनाओं को समयबद्धता से पूर्ण करें
जोधपुर, राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह सोलंकी ने कहा कि थापरपारकर नस्ल संरक्षण एव संवर्धन के लिए अधिक से अधिक योजना बनाकर पशुपालकों को राज्य सरकार की योजनाओ का लाभ दिलाने के भरसक प्रयास करें।
सोलंकी सोमवार को पशुधन भवन के पशुपालन प्रशिक्षण केन्द्र सभागार में थारपारकर वंशावली चयन परियोजना के अधिकारियों व कर्मचारियों की समीक्षात्मक बैठक ले रहे थे।
पशुपालको को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिले
सोलंकी ने थारपारकर नस्ल की परियोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की पशुपालाकों के हितों के लिए बनायी योजनाओं व बजट घोषणाओं का समयबद्धता से लाभ दिलाया जाए ताकि योजनाओं की सार्थकता बनी रहे। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इन योजनाओं के बारे में पशुपालकों को ज्यादा से ज्यादा जानकारी उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर इस विभाग को आगे बढाने व पशुपालकों की समस्याओं के समाधन व थापरपारकर की लुप्त होती नस्ल के संरक्षण व संवर्धन का कार्य करेंगे।
पशुधन ग्रामीण आजीविका का प्रमुख स्रोत
सोलंकी ने कहा कि पशुधन ग्रामीण आजीविका का प्रमुख स्रोत है। खेती के साथ-साथ पशुधन से किसानों को आय होती है। पशुपालन विभाग समय समय पर पशुपालकों को पशुधन सवंर्घन,चिकित्सा सुविधा व पशुआहार के बारे में व पशुपालन का प्रशिक्षण देकर सहयोग करते रहें।
इन अधिकारियो ने दी थारपारकार पशु नस्ल योजना की जानकारी
बैठक में अतिरिक्त निदेशक डॉ मनमोहन नागौरी, संयुक्त निदेशक डॉ संजय सिघंवी, बाड़मेर के संयुक्त निदेशक डॉ जयप्रकाश नन्दवाना, पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ अरविंद पंवार, जोधपुर थारपारकर परियोजना अधिकारी डॉ दशरथ सिंह राठौड़ ने परियोजना के बारे में जानकारी दी।
अधिकारियों व कर्मचारियों ने किया स्वागत
अधिकारियों व कर्मचारियों ने राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष सोलंकी व उपाध्यक्ष चुन्नीलाल राजपुरोहित को साफा व माला पहनाकर स्वागत किया।
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