पेपर लीक मामले में 50 हजार का इनामी जोधपुर पुलिस का कांस्टेबल गिरफ्तार

  • एसओजी को सौंपा
  • कांस्टेबल के पद पर काम कर चुका था
  • जोधपुर पुलिस स्टूडेंट बनकर गंगानगर गई
  • स्टील फैक्ट्री में मजदूर बनी पुलिस
  • स्टूडेंट बनकर पकड़ा
  • जयपुर एटीएस भी शामिल

जोधपुर,पेपर लीक मामले में 50 हजार का इनामी जोधपुर पुलिस का कांस्टेबल गिरफ्तार। जोधपुर रेंज आई जी की स्पेश्यल टीम ने पेपर लीक मामले में राजस्थान में वांटेड एक और आरोपी को पकड़ा है। पेपर लीक का यह किंगपिंग जोधपुर कमिश्नरेट में 2015 से कार्यरत था और पुलिस के सभी पैंतरे जानता था,ऐसे में लंबे समय से फरार रहा।

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रेंज की साइक्लोनर टीम पहले स्टील फैक्ट्री के मजदूर बनकर हैदराबद में काम किया वहां से महत्वपूर्ण सुराग मिला व पता चला कि वह गंगानगर में है। टीम प्रतियोगिता परीक्षा के स्टूडेंट बन कर श्रीगंगागर पहुंचे और फिर वहां से 50 हजार के इनामी कांस्टेबल शैतानराम को पकड़ा।

आईजी विकास कुमार ने बताया कि कांस्टेबल शैतानाराम 2015 से जोधपुर कमिश्नरेट में कांस्टेबल पद पर कार्यरत था और विभिन्न थानों व विभाग में रहा ऐसे में वह पुलिस की तकनीकी तरीकों में पारंगत था। गत चार मई को इस पर इनाम की घोषणा हुई। इसको पकडऩे के लिए टीम एक माह से पीछे लगी थी। 10 दिन हैदराबाद में स्टील वर्कर बन कर रही वहां आरोपी का अहम सुराग लगा और श्रीगंगानगर पहुंची वहां टीम प्रतियोगिता परीक्षा के स्टूडेंट बन कर रही और आरोपी को दबोचा।

पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि किंगपिंग शैताना राम की गिरफ्तारी के लिए विशेष रूप से ऑपरेशन दुष्टदमन चलाया गया था। इससे पहले पौरव कालेर(50 हजार), शमी विश्नोई (70 हजार),ओमप्रकाश ढाका (75 हजार),सुनील बेनीवाल (25 हजार) को साईक्लोनर टीम ने गिरफ्तार किया था।

मई 2024 में ईनाम घोषित 
पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार के अनुसार आरोपी कांस्टेबल शैतानाराम पर मई 2024 में ईनाम घोषित किया गया था। तब से वह फरार चल रहा था। वर्ष 2015 का भर्तीशुदा शैतानाराम पुलिस थाना डांगियावास,सीएसटी टीम,पुलिस लाइन और ट्रैफिक में पदस्थापित रहा है। तकनीकी रुप से इतना दक्ष शैतानाराम की साईक्लोनर टीम डेढ़ महिने तलाश की जा रही थी।

हैदराबाद में डाला डेरा 
पुलिस की साइक्लोनर टीम ने 10 दिवस तक हैदराबाद व करीम नगर में डेरा डाले रखा रहा। 3 दिन से गंगानगर में सुरागरशी कर अति सुरक्षित गोपनीय ठिकाने पर छिप कर बैठे रहे शैतानाराम को गिरफ्तार किया गया। कार्रवाई के समय वह छत से कूदकर भागने की कोशिश की मगर साईक्लोनर टीम के प्रभारी प्रमित चौहान ने उसे दबोच लिया।

एसओजी को सुपुर्द किया 
आईजी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल को अब एसओजी को सुपुर्द किया गया है। वह सांचौर का रहने वाला है और वर्ष 2012 में बारहवीं पूर्ण कर 2015 में पुलिस कांस्टेबल गया था।

पुलिस टीम में यह थे शामिल 
कार्रवाई में रेंज स्तरीय साईक्लोनर टीम सह प्रभारी एसआई प्रमित चौहान,जयपुर एटीएस के हैड कांस्टेबल गजराजसिंह,कांस्टेबल महेन्द्र,कांस्टेबल मनीष,स्ट्रोंग टीम से कांस्टेबल शेखर,रोहिताश,राजूनाथ, भंवर एवं एसआई रामविलास उनि एवं गंगानगर के एएसआई सुरेन्द्र शामिल थे।