जोधपुर : ऐश्वर्या कालेज को ऑटोनॉमस की मान्यता
- उच्च गुणवत्ता व बेहतरीन संसाधनों के लिए कॉलेज को प्राप्त हो चुका है नैक “ए” ग्रेड
- नैक से “ए” ग्रेड प्राप्त है ऐश्वर्या कॉलेज
- 10 वर्ष के लिए मिली ऑटोनॉमस की मान्यता
- जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से संबद्ध एकमात्र ऑटोनॉमस कॉलेज जिसे नैक की ए ग्रेड मान्यता
जोधपुर(डीडीन्यूज), जोधपुर :ऐश्वर्या कालेज को ऑटोनॉमस की मान्यता । उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता,नवाचार,बेहतरीन शिक्षा और उत्कृष्टता के आधार पर नैक ए ग्रेड प्राप्त ऐश्वर्या कॉलेज ऑफ एज्यूकेशन जोधपुर को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से ऑटोनॉमस स्टेटस प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही ऐश्वर्या कॉलेज जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एक मात्र महाविद्यालय बन गया है जिसे नैक ए ग्रेड प्राप्त है।
ऐश्वर्या कालेज को ऑटोनॉमस स्टेटस घोषित होते ही कॉलेज के चैयरमैन भूपेन्द्र सिंह राठौड़ ने इसे गौरव का क्षण बताते हुए कहा कि महाविद्यालय सदैव विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण,रोजगारोन्मुखी एवं नवाचार प्रधान शिक्षा प्रदान कर उज्जवल भविष्य की ओर अग्रेसित करने हेतु प्रतिबद्ध है। यह स्वायत्तता महाविद्यालय के शैक्षणिक दृष्टिकोण को और अधिक व्यापक बनायेगी। उन्होंने महाविद्यालय के प्राचार्य, विभिन्न समीतियों के समन्वयक व सदस्यों,शिक्षकों तथा स्टाफ को बधाई देते हुए इस उपलब्धि का श्रेय कॉलेज के समस्त कार्मिकों की टीम भावना,समर्पण व समन्वय से किये गये बेहतरीन शिक्षण और प्रशासनिक कार्य को दिया।
प्राचार्य डॉ ऋषि नेपालिया ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा ऐश्वर्या कॉलेज को शैक्षणिक सत्र 2025-26 से आगामी 10 वर्षों के लिए स्वायत्त महाविद्यालय (ऑटोनॉमस कॉलेज) का दर्जा प्रदान किया गया है। नैक ग्रेडिंग,शैक्षणिक नवाचार, अनुशासित वातावरण,उत्कृष्ट परीक्षा परिणामों,बेहतरीन संसाधनों व विद्यार्थियों के प्लेसमेंन्ट आदि में अपनी उत्कृष्टता साबित कर चुके देश के चुनिन्दा महाविद्यालयों को यह दर्जा प्राप्त होता है।
उन्होंने बताया कि यह स्वायतत्ता जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर से सम्बद्ध रहते हुए महाविद्यालय को पूर्ण अकादमिक स्वतंत्रता प्रदान करती है जिसके अन्तर्गत कॉलेज अपने पाठ्यक्रम, शिक्षण विधियों,परीक्षा,मूल्यांकन व परिणाम सम्बन्धी प्रक्रियाओं का संचालन स्वतंत्र रूप से कर सकेगा।
नैक ए ग्रेड ऑटोनॉमस कॉलेज से विद्यार्थियों को मिलने वाले लाभ
कॉलेज को नैक से ए ग्रेड के अलावा यूजीसी से ऑटोनॉमस दर्जा प्राप्त होने से यहां के विद्यार्थियों को दोहरे लाभ मिल सकेंगे।
• महाविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2000 के अनुरूप मल्टी डिसिप्लिनरी एवं स्किल आधारित पाठ्यक्रमों की शुरूआत कर सकेगा जिससे विद्यार्थियों को उनके वांछित क्षेत्रों पर आधारित स्किल्ड आधारित शिक्षा प्राप्त हो सकेगी,जो उन्हें आधुनिक परिपेक्ष्य में रोजगार दिलाने में मददगार साबित होगी।
• स्टूडेन्ट्स फ्लेक्सिबल क्रेडिट सिस्टम,इण्डस्ट्री इन्टर्नशिप,संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं एवं अन्तर्राष्ट्रीय एक्सचेन्ज कार्यक्रमों का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
• आर्टिफिशियल इण्टिलिजेन्स आधारित लर्निंग टूल्स,ई-ऐसेसमेन्ट एवं हाइब्रिड कक्षाओं जैसी नवीनतम तकनीक आधारित शिक्षण पद्धतियां से विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
• बतौर स्वायत्त महाविद्यालय,समय पर परीक्षाओं का आयोजन व परीक्षा परिणाम घोषित किये जा सकेंगे जिससे विद्यार्थियों को आगे की शिक्षा व रोजगार प्राप्त करने में लाभ मिलेगा।
• स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर के नये स्पेशिलाइज्ड पाठ्यक्रम के अलावा विभिन्न डिप्लोमा व सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू होंगे जिससे विद्यार्थियों को लाभ होगा। शिक्षा,रोजगार,व्यापार व अन्य क्षेत्रों में सफलता के परचम लहरा चुके हैं।
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कॉलेज के विद्यार्थी
कॉलेज के विद्यार्थी न केवल शिक्षा बल्कि रोजगार,व्यापार व अन्य क्षेत्रों में उच्च स्तरों पर अपनी सफलता का परचम लहराते आये हैं। शिक्षा के क्षेत्र में महाविद्यालय के कई विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय स्तर पर शीर्ष स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीत कर महाविद्यालय को गौरान्वित किया है। बीसीए में अनिता चौधरी ने विश्वविद्यालय में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। बीएससी की स्वेच्छा अग्रवाल,बीबीए की डिट्रेला बोराणा, सवाईराम सुथार व गरिमा जैन ने विश्वविद्यालय टॉप कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। संस्थान से शिक्षा प्राप्त कर चुके विद्यार्थी विभिन्न प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं।
समय-समय पर विभिन्न पदों पर राजकीय भर्तीयों में भी कॉलेज के विद्यार्थियों का चयन हुआ है तथा कई विद्यार्थियों ने अपना स्वयं का व्यवसाय स्थापित किया है। कॉलेज द्वारा संचालित एनसीसी,एनएसएस, भारत स्काउट्स एण्ड गाइड,उन्नत भारत अभियान आदि गतिविधियों में कई विद्यार्थियों ने राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर गौरान्वित किया है।
भविष्य की योजनाएं
संस्थान के चैयरमेन भूपेन्द्र सिंह राठौड़ के अनुसार ऑटोनॉमस का दर्जा प्राप्त होने के उपरान्त महाविद्यालय को शैक्षणिक गतिविधियों को स्वयं के स्तर पर संचालित करने की स्वयात्तता है, जिसके अन्तर्गत आधुनिक समय की मांग के अनुसार कई नवाचार किये जायेंगे। भविष्य में रोजगारोन्मुखी व स्किल बेस्ड शिक्षा पद्धति को लागू करने की दिशा में ये योजनायें प्रस्तावित हैं।
• विद्यार्थियों के स्टार्टअप हेतु इन्क्यिबेशन सेन्टर की स्थापना
• अन्तराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ सहभागिता हेतु एमओयू
• इनोवेशन लैब व रिसर्च क्लस्टर का विकास
• स्किल बेस्ड डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों का संचालन