दिल्ली-जोधपुर एक्सप्रेस ट्रेन में कीमती सामान चुराने वाली अन्तरराज्यीय गैँग पकड़ी

  • राजस्थान सहित देश के कई हिस्सों में कर चुके वारदातें
  • अथक परिश्रम के बाद रेलवे पुलिस को मिली सफलता

जोधपुर, राजकीय रेलवे पुलिस ने जोधपुर-दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन में कोचों से कीमती सामान चुराने वाली एक अन्तरराज्यीय गैंग का गुरूवार को खुलासा करते हुए दो लोगों को पकड़ा है। इन्होंने गत माह मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन पर दो वारदातों को अंजाम दिया था। रेलवे पुलिस की विशेष टीमों ने अथक परिश्रम के बाद अभियुक्तों को पकड़ऩे में कामयाबी हासिल की है। पुलिस इन बदमााशों के पीछे आगरा, उत्तरप्रदेश, धौलपुर, दिल्ली गाजियाबाद और मुरैना तक गई। साइबर एक्सपर्ट की मदद से पुलिस मुल्जिमों तक पहुंची। जीआरपी एसपी राशि डोगरा ने बताया कि 17 अगस्त को एक रिपोर्ट जोधपुर के पाल रोड स्थित सुभाष नगर की रहने वाली सविता राठी ने दी थी।

इसमें बताया कि वह जोधपुर-दिल्ली एक्सप्रेस में फर्स्ट एसी कोच में यात्रा कर रही थी। तब उसका कीमती सामान जिसमें सोने की तीन चूडिय़ां, एक हार, कानों के झूमके, गोल्डन हीरे जड़ित घड़ी, एक लाख की नगदी, दो कीमती मोबाइल चोरी हो गई। इसी प्रकार की एक रिपोर्ट 21 अक्टूबर को रामकुमार छापरवाल की तरफ से दी गई। इनका भी कीमती सामान मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन पर पार हुआ था। उनकी पत्नी साथ थी। तब चोरों ने नींद का फायदा उठाकर सोने का मंगलसूत्र, 4 चूडिय़ां, 4 अंगुठियां, डेढ़ लाख की नगदी के साथ दो कीमती मोबाइल पार कर लिए।

एसपी डोगरा ने बताया कि ट्रेनों के एसी कोच में बढ़ रही चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए जीआरपी उपाधीक्षक प्रेमसिंह, निरीक्षक सुरेंद्र सिंह के सुपरविजन में टीम का गठन किया गया। इस टीम ने साइबर एक्सपर्ट दीपेंद्रपाल सिंह को शामिल किया गया। इनके प्रयास से धौलपुर जिले के ध्वजपुर निवासी रणजीत सिंह पुत्र नवाब सिंह और उत्तरप्रदेश आगरा के गुलाबनगर रामबाग निवासी अमित दीक्षित पुत्र संतोष दीक्षित को गिरफ्तार कर लाया गया।

पुलिस की टीमें बदमाशों की तलाश में गई बाहर

देशभर के 50 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों की सीसीटीवी फुटेज के साथ जोधपुर, जयपुर, अजमेर, नागौर आदि जगहों पर पुलिस कमांड के कैमरों की जांच और फुटेज से बदमाशों का पता साइबर एक्सपर्ट की मदद से लगाया गया। इसके लिए रिजर्वेशन चार्ट का अवलोकन के साथ ही विभिन्न टोल प्लाजों से गुजरने वाले वाहनों एवं चार्ट का पता लगाया गया। पुलिस की टीम ने बाद में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गाजियाबाद, हरियाणा, गुजरात एवं राजस्थान के कई हिस्सों में इनकी तलाश की। तब जाकर मुल्जिम हाथ लग पाए।

एक आरोपी हिस्ट्रीशीटर

एसपी डोगरा ने बताया कि आरोपी रणजीत सिंह धौलपुर के कंचनपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ काफी केस दर्ज हो रखे हैं। वह इस गैंग का सरगना भी है। वह बाहरी लोगों का साथ लेकर ट्रेनों के कोचों में यात्रा करने वाले लोगों की रैकी कर वारदात को अंजाम दिलवाता है। उसका साथी अमित दीक्षित के खिलाफ भी मारपीट एवं चोरी के प्रकरण दर्ज हो रखे हैं।

पुलिस टीम में यह भी शामिल

जीआरपी पुलिस की इस अहम सफलता में मेड़ता रोड जीआरपी के सबइंस्पेक्टर हेमसिंह के साथ ही हैडकांस्टेबल पूनाराम, कांस्टेबल शैलेंद्र सिंह, रमेश,रामेश्वरलाल, बृजलाल, पूनाराम, राजेंद्र एवं बुद्धाराम भी शामिल थे।

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