जोधपुर, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट व इंटर्न डॉक्टरों ने सोमवार को सुबह दो घंटे कार्य बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सुबह 8 से 10 बजे तक किए कार्य बहिष्कार से कोविड वार्डों को मुक्त रखा ताकि मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि दो दिन में उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे सभी वार्डों में कार्य बहिष्कार करने को मजबूर होंगे।

Interns and resident doctors boycott work

रेजिडेट्स डॉक्टर्स व इंटर्न्स गत छह दिन से काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जता रहे है। रविवार शाम उन्होंने कैंडल मार्च निकाल कर अपना विरोध जताया था। रेजिडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र फगगडिय़ा ने बताया कि रेजिडेंट्स दो साल से अपनी मांगो के लिए अवगत करा रहे हैं लेकिन सरकार केवल आश्वासन दे रही है।

Interns and resident doctors boycott work

छह माह से परीक्षाएं आयोजित नहीं की जा रही है। कार्यकाल मई में पूरा हो रहा है, लेकिन परीक्षा में विलम्ब के कारण कार्यकाल बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार से हर स्तर पर वार्ता का प्रयास किया, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है।

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मेडिकल कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष डॉ विनोद शर्मा ने बताया कि गत वर्ष हुई हड़ताल के बाद आश्वासन दिया गया था कि मानदेय बढ़ाकर 14 हजार किया जाएगा लेकिन वह अभी तक लागू नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि दो दिन तक हम और इंतजार करेंगे। यदि फिर भी कोई सकारात्मक समाधान नहीं निकला तो कोरोना सहित सभी वार्डों में कार्य का बहिष्कार कर देंगे। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। आज कार्य बहिष्कार के दौरान रेजिडेंट्स ने एमडीएम अस्पताल में हाथों ने तख्तियां थाम अपना विरोध जताया।