आईआईटी जोधपुर के डायरेक्टर पर बैठक में हमला
- हाथ पैर चोटिल
- एसोसिएट प्रोफेसर गिरफ्तार
- गाली-गलौच और मारपीट की -कर्मचारी को जान से मारने की धमकी भी दी
- दोनों तरफ से क्रॉस केस दर्ज
जोधपुर(डीडीन्यूज),आईआईटी जोधपुर के डायरेक्टर पर बैठक में हमला।भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर में डायरेक्टर व एसोसिएट प्रोफेसर के बीच झगड़ा हो गया। मीटिंग के दौरान डायरेक्टर से एसोसिएट प्रोफेसर ने मारपीट की। एसोसिएट प्रोफेसर को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जमानत मिल गई है।
आरोप है कि विभागीय मीटिंग के दौरान एसोसिएट प्रोफेसर ने गाली गलौज करते हुए हमला कर दिया। कर्मचारी ने बचाव किया तो उन्हें मारने और उनके परिवार को खत्म करने की धमकी भी दी। दूसरी ओर एसोसिएट प्रोफेसर ने डायरेक्टर पर बंधक बनाकर राजकार्य में बाधा पहुंचाने और मारपीट करने का आरोप लगाया है।
पुलिस नें दर्ज रिपोर्ट के अनुसार आईआईटी निदेशक प्रो.अविनाश अग्रवाल ने मंगलवार को केमिकल डिपार्टमेंट की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर दीपक कुमार अरोड़ा के अलावा विभाग के अन्य प्रोफेसर भी मौजूद थे। बैठक के दौरान निदेशक ने एसोसिएट प्रोफेसर से पिछले पांच साल की परफॉर्मेंस को लेकर सवाल किया। यह सुनते ही दीपक कुमार नाराज हो गए और दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। विवाद बढ़ता देख निदेशक ने प्रोफेसर दीपक कुमार से कहा कि वे कक्ष से बाहर चले जाएं, लेकिन बाहर जाने के बजाय प्रोफेसर सीधे निदेशक की कुर्सी की ओर बढ़े और उनसे हाथापाई शुरू कर दी।
डायरेक्टर ऑफिस के कर्मचारी बीच-बचाव करने पहुंचे तो डॉ. अरोड़ा ने कर्मचारी विवेक गौतम के साथ भी मारपीट की। उन्हें जाति सूचक गालियां दी। विवेक गौतम और उनके परिवार को खत्म करने की धमकी दी। विवेक के दाहिने हाथ में चोट आई है। हाथापाई में प्रो. अविनाश अग्रवाल गिर पड़े,इससे उनके एक पैर में गंभीर चोट लग गई और फ्रैक्चर हो गया। तुरंत उन्हें उपचार के लिए एम्स अस्पताल ले जाया गया। घटना के दौरान केमिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ.पराग देशपांडे और डीन फैकल्टी अफेयर्स डॉ.नीरज जैन भी मौजूद थे। एफआईआर में मारपीट, राजकार्य में बाधा पहुंचाने, जाति सूचक शब्दों के साथ गाली-गलौच करने के आरोप लगाए गए हैं।
राजकाज में बाधा के केस दर्ज
करवड़ थानाधिकारी लेखराज सियाग ने बताया कि इस घटना के बाद दोनों पक्षों ने करवड़ थाने में मामले दर्ज करवाए हैं। कुल सचिव अंकुर गुप्ता ने निदेशक की ओर से रिपोर्ट दी,जिसमें आरोप लगाया गया कि एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दीपक कुमार अरोड़ा ने न केवल निदेशक पर हमला किया बल्कि जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अपमान भी किया और राजकार्य में बाधा पहुंचाई। दूसरी ओर प्रोफेसर अरोड़ा ने भी निदेशक व अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दी है। इसमें बंधक बनाकर राजकार्य में बाधा पहुंचाने और मारपीट करने के आरोप लगाए गए हैं।
एसोसिएट प्रोफेसर दीपक कुमार मूलत: कोटा के गुमानपुरा के रहने वाले हैं। थानाधिकारी ने बताया कि दोनों मामलों की जांच एसीपी मंडोर नागेंद्र कुमार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी प्रोफसर को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया,जहां से उसे जमानत मिल गई।