दुर्घटना में घायल महिला की मदद, टैक्सी चालक दो लाख के जेवर लेकर चंपत
जोधपुर, शहर के निकट सिद्धनाथ मंदिर रोड पर मां बेटा सड़क़ हादसे में घायल हो गए। गोलाई पर उनकी बाइक स्लीप हो गई। इससे महिला को ज्यादा चोट लगने के साथ वह बेहोश हो गई। एक टैक्सी चालक ने मदद की और उसे मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचाया। यहां पर एक्सरे करवाते वक्त महिला के जेवरात उतरवाए गए। टैक्सी चालक ने खुद को उसका परिजन बताते हुए दो लाख के जेवरात लेकर चंपत हो गया। पुलिस अब टैक्सी चालक का पता लगाने का प्रयास कर रही है। मार्ग से निकलने वाले सीसीटीवी फुटेज जांचे जा रहे हैं।
प्रतापनगर थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि दरअसल करवड़ स्थित माणकलाव की डउकियां की ढाणी का रहने वाला वीरमराम पुत्र उदाराम जाट अपनी बाइक लेकर पत्नी 38 साल की हीरादेवी और पुत्र 18 वर्षीय सेठाराम के साथ कायलाना रोड से होते हुए किसी काम से चौखा की तरफ जा रहे थे। तब वीरमराम किसी कार्यवश बीच में उतर गया और अपने पुत्र को उसकी मां के साथ बाइक पर भेज दिया। उसके पुत्र का रास्ता समझाकर भेजा गया था। मगर सेठाराम रास्ता भूल गया और चौखा से पाल जाने के बजाय सिद्धनाथ रोड की तरफ गोलाई पर पहुंच गया। इस बीच सेठाराम की बाइक स्लीप हो गई और मां हीरादेवी और वह नीचे गिर गए। हीरादेवी के ज्यादा चोट लगने पर वह बेहोश हो गई। इस पर उसने अपने पिता वीरमराम को फोन कर दुर्घटना की जानकारी दी।
वीरमराम कायलाना पर ही था तब सूचना मिलते ही पहुंच गया। दोनों मां बेटे को मदद करने वाले टैक्सी चालक के साथ डउकिया अस्पताल जाने को कहा। मगर टैक्सी का चालक दोनों को मथुरादास माथुर अस्पताल लेकर पहुंचा। यहां पर मदद करते हुए पर्ची कटवाई फिर जांच के साथ ही एक्सरे की बात की गई। तब नर्स ने परिजन के साथ के बारे में पूछा तो टैक्सी चालक ने खुद को उसका परिजन बता दिया और हीरादेवी के पहनी तीन तोला वजनी टूसी और एक तोला का बोर एक्सरे के समय रख लिया। फिर वहां से चुपचाप निकल गया। घटना का पता कुछ देर बाद चलने पर पुत्र सेठाराम ने वीरमराम को इसकी सूचना दी। थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि घटना में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। जांच एएस आई गणपतसिंह को सौंपी गई है।
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