दुर्घटना से रखनी है दूरी तो हेलमेट है जरूरी

  • सड़क सुरक्षा एवं प्रदूषण नियंत्रण पर स्काउट गाइड की ऑनलाइन कार्यशाला
  • आपका भविष्य आपके हाथ, हेलमेट रखें सदा साथ
  • मस्तिष्क हमारे शरीर का सबसे बहुमूल्य और नाजुक अंग है,जिसकी सुरक्षा हमारा प्रथम कर्तव्य है।

जोधपुर,राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड के सड़क सुरक्षा एवं प्रदूषण नियंत्रण विषयक ऑनलाइन वेबीनार को संबोधित करते हुए न्यूरोसर्जन डॉक्टर नगेंद्र शर्मा ने कहा कि युवा देश का भविष्य है लेकिन सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करने के कारण युवा ही सबसे अधिक दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। प्रतिदिन देश में 400 से 500 दुर्घटनाएं सड़क यातायात में होती हैं जिसमें 80% मौत हो जाती है शेष में 5% कोमा में चले जाते हैं और शेष 15% घायलों को आर्थिक व शारीरिक नुकसान भुगतना पड़ता है। न्यूरोसर्जन शर्मा ने कहा कि सड़क पर चलते समय गति नियंत्रण पर ध्यान दें ताकि आवारा पशुओं व अचानक ब्रेक लगने से होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सके। वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग नहीं करने, ड्रिंक करके ड्राइव नहीं करने, यातायात संकेतों का पालन करने और हेलमेट लगाने के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल जोधपुर से रीजनल ऑफिसर अमित शर्मा की ओर से अधीक्षण वैज्ञानिक अधिकारी विक्रम सिंह परिहार ने धूल धुआं और बढ़ता शोर ले जाता है मृत्यु की ओर। वक्तव्य के साथ प्रदूषण नियंत्रण के संदर्भ में रोवर रेंजर युवाओं को उनकी भूमिका से अवगत कराया गया। इको क्लब प्रभारी शशि शर्मा ने कहा ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को यातायात नियमों की जानकारी के अभाव में इको क्लब के सदस्यों के द्वारा पेंपलेट, पोस्टर, स्टीकर वितरण के माध्यम से जन चेतना का प्रयास किया जा रहा है। मौलाना यूनिवर्सिटी की रेंजर लीडर डॉ. मरजीना ने सड़क सुरक्षा एवं प्रदूषण निवारण के संदर्भ में कहा आप अपना ख्याल रखें और अपनों का भी ख्याल रखें। वेबीनार का संचालन सीओ स्काउट छतर सिंह पिडियार एवं सीओ गाइड सुयश लोढा ने किया।

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