पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास पंच तत्व में विलीन

  • जीजी के नाम से थी मशहूर
  • शव यात्रा में उमड़ा जनसमूह
  • छह बार रही विधायक
  • प्रधानमंत्री ने जताया दुःख
  • मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों ने जताया शोक

जोधपुर,पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास पंच तत्व में विलीन। जोधपुर में जीजी के नाम से मशहूर पूर्व भाजपा विधायक सूर्यकांता व्यास पंच तत्व में विलीन हो गई। उनका बुधवार सुबह निधन हो गया। 86 वर्षीय जीजी लंबे समय से बीमार चल रही थीं। बुधवार सुबह करीब सात बजे तबीयत बिगडऩे पर उन्हें महात्मा गांधी हॉस्पिटल ले जाया गया था। इलाज के दौरान करीब सवा सात बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।

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शाम को सिवांची गेट स्थित स्वर्गाश्रम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों सहित कई लोगों ने शोक जताया है। उनकी शव यात्रा में जनप्रतिनिधियों से लेकर मीडिया और आमजन भी शरीक हुआ।

बताया गया है कि सुबह घर में बेटे शिव कुमार व्यास और बहू लक्ष्मी थे। जीजी की तबीयत सही नहीं लगने पर पुत्र शिव कुमार ने ब्लड प्रेशर चेक के बाद शुगर चेक किया, जो बहुत लो आई थी। धीरे-धीरे उनकी तबीयत बिगडऩे लगी। घर से थोड़ी ही दूरी पर स्थित महात्मा गांधी हॉस्पिटल ले गया। ड्यूटी डॉक्टर ने चेक किया और मृत घोषित कर दिया।

पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास के निधन की खबर मिलते ही जालोरी गेट स्थित उनके पुश्तैनी आवास पर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं का पहुंचने का क्रम शुरू हो गया। राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, जोधपुर शहर विधायक अतुल भंसाली,सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी सहित कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता उनके घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया।जीजी के निधन पर दुख जताया। दोपहर बाद उनके शव को दर्शनार्थ रखा गया।

1972 से राजनीति में सक्रिय
23 फरवरी 1938 को जन्मी सूर्यकांता व्यास 1990 से लेकर लगातार सात बार विधानसभा चुनाव लड़ चुकीं थीं, जिसमें 6 बार उन्हें जीत हासिल हुई थी। तीन बार उन्होंने जोधपुर का विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया,तो तीन बार सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुईं।

जीजी 1972 में पहली बार नगर परिषद सदस्य बनी थीं। इसके बाद जीजी भाजपा जिलाध्यक्ष,महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष,महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष बनीं। वर्ष 1990 में जोधपुर (पुराना शहर) निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार चुनाव लड़ा था। पार्षद से राजनीतिक शुरुआत करने वाली जीजी ने 1990,1993 और 2003 के विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी।

जीजी जोधपुर (पुराना शहर) विधानसभा क्षेत्र से 1998 में चुनाव हार गई थीं। उनके सामने कांग्रेस के जुगल काबरा थे। फिर 2008 और 2018 में सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और विजयी हुई थीं। 2023 नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव का टिकट जीजी को भाजपा ने नहीं दिया था। उनकी जगह देवेंद्र जोशी को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया था। सूर्यकांता व्यास के पति उमा शंकर व्यास सप्लाई इंस्पेक्टर थे। पिता फतेहराज कल्ला पुलिस इंस्पेक्टर थे। जीजी 2012 में विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में चुनी गई थीं।

इसलिए कहलाने लग गई जीजी
जीजी ने महिलाओं के उत्थान के लिए काम किया था। उन्होंने महिलाओं की संघ में स्थिति मजबूत की। संघ के कार्यकर्ता उन्हें बहन कहकर बुलाते थे। इसी के बाद धीरे-धीरे उन्हें जीजी बुलाने लगे। 1970 के दशक में महिलाओं के घर से निकलने पर पाबंदियां थीं। ऐसे समय में जीजी ने संघर्ष किया।

उन्होंने महिलाओं की शिक्षा को लेकर बात की। 1965 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर,गुरुजी जोधपुर प्रवास पर थे। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेविका व जनसंघ की सदस्य जीजी पानी की समस्याओं के विरोध के लिए अपने साथ केवल 5 महिलाओं को लेकर निकलीं।

जीजी ने उस समय कलेक्ट्रेट के बाहर पांच महिलाओं के साथ मटकी फोडक़र धरना-प्रदर्शन किया। शाम को जब वे गुरुजी से मिलने गईं व घटना बताईं,तो गुरुजी को आश्चर्य हुआ। वे प्रसन्न हुए कि महिलाओं में समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत आ गई। इस घटना के बाद जीजी का राजनीतिक सफर शुरू हुआ। उनके तीन पुत्रियां सुधा,सरोज व सरला और पुत्र एडवोकेट शिव कुमार व्यास है।

प्रधानमंत्री सहित कई मंत्रियों,लोगों ने जताया शोक
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दुःख जताते हुए एक्स पर लिखा राजस्थान के सूरसागर की पूर्व विधायक और भाजपा की वरिष्ठ नेता श्रीमती सूर्यकांता व्यास जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। क्षेत्र में जनकल्याण के अपने कार्यों के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा। हाल की मेरी जोधपुर यात्रा के दौरान उनसे मिलने का अवसर प्राप्त हुआ था, जब उन्होंने विशेष रूप से एयरपोर्ट आकर मुझे आशीर्वाद दिया। शोक की इस घड़ी में मैं उनके प्रशंसकों और परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति!

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जीजी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि सूरसागर से विधायक रहीं सूर्यकान्ता व्यास जीजी का निधन बेहद बेहद दुखद है। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि हमारी वरिष्ठ नेता श्रद्धेय सूर्यकांता व्यास का देहावसान जोधपुर क्षेत्र के सामाजिक-राजनीतिक जीवन की अपूरणीय क्षति है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखते हुए कहा कि भाजपा की वरिष्ठ नेता और सूरसागर,जोधपुर की पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास (जीजी) के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को यह दु:ख सहन करने का धैर्य व संबल प्रदान करें।

कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने लिखा है कि भाजपा की वरिष्ठ नेता और सूरसागर से पूर्व विधायक,हम सभी की आदरणीय सूर्यकांता व्यास (जीजी) के दुखद निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। उनका योगदान न केवल भाजपा के लिए बल्कि समस्त समाज के लिए अमूल्य रहा है।

पूर्व नरेश गज सिंह ने कहा कि उन्हें व उनके परिवार को व्यक्तिगत दख हुआ है। सूर्यकांता का जोधपुर राज परिवार से हमेशा अपणायत का रिश्ता रहा। वह हमेशा जोधपुर के विकास के लिए सक्रिय और सजग रहती थी। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी सूर्यकांता व्यास के निधन पर दुख जताया है।

उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने लिखा कि उनका निधन भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी शोक जताया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निधन पर शोक जताते हुए कहा कि जीजी का निधन सामाजिक-राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।