उद्यमियों ने आईआईटी निवर्तमान निदेशक प्रो शांतनु चौधरी को दी विदाई

जोधपुर,जेआईए के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमण्डल मंगलवार को अध्यक्ष एनके जैन के नेतृत्व में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर (आईआईटीजोधपुर) के निवर्तमान निदेशक प्रोफेसर शांतनु चौधरी से उनके कार्यालय में मिला और उनको पुष्पगुच्छ भेंट कर भावभीनी विदाई दी।

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जेआईए अध्यक्ष एनके जैन ने बताया कि वर्ष 2008 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर(आईआईटी जोधपुर) की स्थापना के पश्चात तीसरे निदेशक के रूप अपनी भूमिका निभाते हुए प्रोफेसर शांतनु चौधरी ने अपना कार्यकाल पूर्ण किया है।उनके कार्य काल के दौरान जोधपुर को नवीन तकनीकों एवं आविष्कारों के रूप में अनेक सौगातें मिली तथा जिस प्रकार उन्होंने सच्चे मन व स्वप्रेरणा से उद्यमियों की सुविधा व उनकी समस्याओं के निराकरण हेतु निर्णय लिए व प्रयास किए,उससे जोधपुर के उद्यमियों से उनका एक अनूठा संबंध स्थापित हो गया है।

जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन से भी शांतनु चौधरी का गहरा संबंध रहा है। उनके कार्यकाल में ही आईआईटी जोधपुर और जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के मध्य विज्ञान और बदलती तकनीक के बारे में जागरूकता के लिए अनुसंधान और विकास में वृद्धि, उत्पाद की गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार,अपशिष्ट प्रबंधन करके अपशिष्ट को कम करने और अन्य तकनीकी समस्याओं को हल करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अतिरिक्त उन्होंने समय-समय पर उद्यमियों के साथ सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं जानी व सुझाव से सुधार हेतु शोध किये और नवीन तकनीक उद्यमियों को उपलब्ध करवाई जिसके लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाये उतनी कम है।

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इसके अतिरिक्त शांतनु चौधरी ने अपने कार्यकाल में इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट इंटरेक्शन को प्रथमिकता देकर इंडस्ट्रीज के साथ संवाद स्थापित किया,जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन फाउंडेशन की स्थापना कि गई जिसमें चिकित्सा उपकरण,जल की गुणवत्ता और जल प्रदूषण के साथ-साथ छोटे काश्तकारों के उत्पाद सीधे विदेश को निर्यात हो ऐसी कई योजनाएं प्रारंभ की गईं।शांतनु चौधरी द्वारा आईआईटी जोधपुर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑफ थिंग्स (एआईओटी) लैब और ग्रीन हाइड्रोजन वैली की स्थापना भी गई। आईआईटी और एम्स को साथ लेकर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग का कोर्स चालू किया जो पूरे भारत में पहली बार हुआ।

इस अवसर पर प्रोफेसर शांतनु चौधरी ने उद्यमियों को कहा कि जोधपुर में जो अपनापन है वैसा मैंने और कहीं नहीं देखा।कच्चे माल की अनुपलब्धता के बावजूद जोधपुर के उद्यमियों की उद्यमशीलता पूरे विश्व में एक अलग पहचान रखती है। मेरे कार्यकाल के दौरान आपका जो मुझे सहयोग व मार्गदर्शन मिला उसके लिए में आप सभी का आभार व्यक्त करता हूँ।

सहसचिव अनुराग लोहिया ने बताया कि प्रतिनिधिमण्डल में अध्यक्ष एनके. जैन, कोषाध्यक्ष सोनू भार्गव के सहित आई आईटी उप निदेशक प्रोफेसर संपत राज वडेरा,बायोसाइंस और बायोइंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर सुरजीत घोष,जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन फाउंडेशन मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ जीएस टोटेजा और एमबीएम यूनिवर्सिटी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख अखिल रंजन गर्ग भी उपस्थित थे। इस अवसर पर सभी उद्यमियों एवं गणमान्य लोगों ने प्रोफेसर शांतनु चौधरी को आईआईटी जोधपुर को दी गई सेवाओं के लिए पुष्पगुच्छ भेंट कर आभार व्यक्त किया व उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

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