- निजी अस्पतालों मे ऑक्सीजन प्रबन्धन की समीक्षा
- ऑक्सीजन, रेमडेसिविर व अन्य दवाइयों की कालाबजारी रोकने के निर्देश
जोधपुर, जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि कोविड संक्रमण के बढते केसेज के साथ ही ऑक्सीजन, रेमडेसिविर सहित अन्य दवाइंयों की कालाबाजारी की संभावनाएं भी बढ रही हैं। ऐसे में हमारा यह प्रयास होना चाहिए कि ऑक्सीजन, रेमडेसिविर व अन्य दवाइयों के दुरूपयोग व कालाबाजारी नहीं होने दें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व जिला प्रशासन ऑक्सीजन के साथ रेमडेसिविर व अन्य आवश्यक दवाओं तथा संसाधनों की समुचित उपलब्धता के लिए प्रतिदिन प्रयासरत है। हमारी कोशिश है कि प्रत्येक जरूरमंद मरीज को समुचित चिकित्सा सुविधा मिल सके।
जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह कलेक्ट्रेट सभागार में इंसीडेंट कमाण्डर्स के साथ निजी अस्पताल प्रबन्धन, ऑक्सीजन व रेमडेसिविर आपूर्ति के लिए आयोजित बैठक के अध्यक्ष के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने निर्देश दिये कि निजी अस्पतालों में संक्रमितों की भर्ती व डिस्चार्ज पाॅलिसी पर फोकस रखते हुए डिस्चार्ज के समय बनाये गए बिलों पर भी ध्यान रखा जाए।
निर्धारित दर के अनुसार ही मरीजों व उनके परिजनों से राशि वसूली जाये इसकी प्रभावी माॅनिटरिंग करें। उन्होंने निर्देश दिये कि समस्त इंसीडेंट कमाण्डर्स अपने क्षेत्र में आने वाले निजी अस्पतालों में प्रशासन व चिकित्सा विभाग के कन्ट्रोल के नम्बर चस्पा करें। इससे आवश्कता पड़ने पर मरीज व उनके परिजन द्वारा हमसे सम्पर्क स्थापित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन, रेमडेसिविर के साथ ही प्लाज्मा की भी कालाबाजारी न हो इसका भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट पर अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। ये अधिकारी क्सीजन प्लांट पर पर्यवेक्षण के साथ ही उत्पादन एवं वितरण को नियमित करने के लिए आवश्कय कार्यवाही करेंगे। जिससे ऑक्सीजन के उत्पादन, सप्लाई, उपभोग पर फोकस रखा जा सकता है।
जेडीए आयुक्त कमर उल चौधरी ने ऑक्सीजन के यथोचित प्रयोग की बात कही। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में हाइफ्लो ऑक्सीजन व लो फ्ल्लो ऑक्सीजन पर रह रहे संक्रमितो की सम्पूर्ण जानकारी रखें। प्रत्येक इंसीडेंट कमाण्डर अपने जोन में आने वाले निजी अस्पताल की ऑक्सीजन की खपत, रेमडेसिविर के उपयोग पर विशेष ध्यान दें।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ इन्द्रजीत यादव ने कहा कि निजी अस्पताल में निरीक्षण करें तथा वहां के ट्रीटमेंट प्रोटोकाॅल पर माॅनिटरिंग रखें। वहां मरीजों की फाईल पर मरीज की केटेगरी माइल्ड, मोडरेट, सिवियर आदि लिखी है या नहीं इस पर ध्यान दें।
निजी अस्पतालों द्वारा संक्रमित को रेमडेसिविर प्रेसक्राइब्ड की जाये तो उसकी पूरी जानकारी रखकर रेमडेसिविर उपलबध करवाई जाए। संक्रमित के ट्रीटमेंट देख कर रेमडेसिविर उपलब्ध करवाई जाये। निजी अस्पतालों में ट्रीटमेंट प्रोटोकाल व रेफरल सिस्टम पर विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में एडीएम तृतीय अंजुम ताहिर सम्मा, समस्त इंसीडेंट कमाण्डर्स व उनके सहायक अधिकारियों ने भाग लेकर विचार विमर्श किया।
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