जोधपुर, विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक अविनाश सिंघवी ने कार्पोरेट कार्यालय सभागार से वीसी के माध्यम से डिस्कॉम के सभी वृतों के अधीक्षण अभियन्ताओं की बैठक ली व उनके कार्यो की समीक्षा की। प्रबन्ध निदेशक ने सभी वृतों के अधीक्षण अभियन्ताओं को वीसी के माध्यम से निर्देश दिए कि दुर्घटनाओं की सम्भवनाओं को खत्म करने के लिए हाईरिस्क पाइंन्ट को फीडरवार पर फीडर इंचार्ज के माध्यम से 10 फरवरी तक हाईरिस्क पाइंन्ट चिन्हित करा लेवें। उन्होंने कहा कि अगली 31 मई तक इन सभी चिन्हिंत हाईरिस्क पाइंन्ट को सही कराना जरूरी है। इस पर विशेष ध्यान देकर प्राथमिकता से कार्य करना है। उन्होंने कहा कि डिस्कॉम का ध्येय विद्युत दुर्घटनाओ की सम्भवनाओं को रोकना है। प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि 10 फरवरी तक वृतवार हाईरिस्क पाइंन्ट चिन्हित करना, वीसीबी भी शत प्रतिशत ठीक कराना व वीसीबी चालू हालत में रहे व डीसी व पीडीसी उपभोक्ता वेरिफिकेशन कराना है। प्रॉटेक्शन को सही अटेंड कराएं। हाईरिस्क पाइंन्ट दुरस्त कराएं व उसके बाद मुख्य सचिव के निर्देशानुसार उन्हें उपखण्ड अधिकारी स्तर पर वेरिफाई कराएं। उन्होंने कहा कि इस कार्य में अन्य विभागो का भी सहयोग मिलेगा व गुणवत्ता की बिजली भी मिलेगी। प्रबन्ध निदेशक ने 33 केवी विद्युत सब स्टेशन प्रोटेक्शन कार्य के निर्देश देते हुए कहा कि वीसीबी की मरम्मत करानी है, खराब की जगह नई वीसीबी लगानी है व वीसीबी प्रोटेक्शन जांच करनी है। उन्होंने कहा कि फीडर इंचार्ज फील्ड में जाएं तो डीसी व पीडीसी कंजूमर की वेरिफिकेशन की जाए। उन्हें देखे की कनेक्शन चालू तो नही है। कनेक्शन पुन: जोड़ तो नही लिया है। चोरी पाई जाए तो विजिलेंस सीट भरें। निदेशक वित्त केपी वर्मा ने वीसी में कहा कि मुख्य सचिव के निर्देश है कि विद्युत दुर्घटनाऐं ना हो इसके लिए पूरा प्रोसिजर फॅालो करें व वर्क क्वालिटि चैक करें। निदेशक वित्त कीर्ति कच्छवाह ने कहा कि इस वर्ष से पहले पीडीसी उपभोक्ता वार वेरिफाई कराएं। वीसी रूम में सम्भागीय मुख्य अभियन्ता जीआर सीरवी, मुख्य अभियन्ता मुख्यालय, पीजे धोबी, मुख्य लेखा नियंत्रक डॉ. एसके गोयल, अतिरिक्त मुख्य अभियंन्ता एमआर मीणा, एमएल मेघवाल, मुख्य लेखाधिकारी पुष्पा मित्तल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। वीसी से सम्भगीय मुख्य अभियंन्ता बाड़मेर एमएल जाट, सम्भागीय मुख्य अभियन्ता बीकानेर इम्तियाज बेग व अधीक्षण अभियंन्ता, जोधपुर शहर एमएस चारण, अधीक्षण अभियन्ता जिलावृत पीएस चौधरी व अन्य वृृतों के अधीक्षण अभियन्ता जुड़े थे।