मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पहुंचे घटनास्थल,जताया गहरा शोक

  • जैसलमेर बस दुखांतिका
  • प्रभावितों को हर संभव राहत देने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
  • जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती घायलों की पूछी कुशलक्षेम
  • बोले,हादसा अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण
  • दुःख की इस घड़ी में सरकार शोक संतप्त परिजनों के साथ खड़ी

जोधपुर/जैसलमेर(दूरदृष्टीन्यूज),मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पहुंचे घटनास्थल, जताया गहरा शोक। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को जैसलमेर में बस में आग से हुई दुर्घटना पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। हृदयविदारक घटना की सूचना प्राप्त होते ही मुख्यमंत्री विशेष विमान से जयपुर से जैसलमेर पहुंचे,जहां उन्होंने अधिकारियों से घटना की विस्तृत जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने थईयात आर्मी एरिया में संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में दिशा- निर्देश दिए। उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त बस का निरीक्षण भी किया। इस दौरान शर्मा ने आर्मी के जवानों एवं स्थानीय नागरिकों को बचाव एवं राहत कार्यों के लिए धन्यवाद दिया।

शर्मा ने दिवंगत आत्माओं की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुःख की इस घड़ी में राज्य सरकार परिजनों के साथ खड़ी है।

घायलों को समुचित चिकित्सीय उपचार उपलब्ध कराएं
मुख्यमंत्री शर्मा जोधपुर पहुंचे,जहां उन्होंने महात्मा गांधी अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती घायलों की कुशलक्षेम पूछी और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। मुख्यमंत्री ने घायलों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढ़स बंधाया। उन्होंने घायलों को समुचित चिकित्सीय उपचार उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।

सवारियों से भरी निजी बस में लगी भीषण आग,बीस जिंदा जले

मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से प्रत्येक मरीज की चिकित्सकीय रिपोर्ट, जलन का प्रतिशत,उपचार पद्धति और आवश्यक संसाधनों की जानकारी विस्तार से प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि जरूरत पड़ने पर बर्न स्पेशलिस्ट टीमों को तत्काल बुलाया जाए। शर्मा ने बर्न यूनिट में वेंटिलेटर,ऑक्सीजन सपोर्ट,इंटेंसिव केयर बेड्स और आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी भी ली।

उन्होंने उपस्थित चिकित्सकों को निर्देश दिया कि हर मरीज के लिए विशेष चिकित्सकीय निगरानी दल (डेडिकेटेड डॉक्टर और नर्स) तैनात किया जाए ताकि 24 घंटे मॉनिटरिंग सुनिश्चित हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घायल के परिजन को अस्पताल में ठहरने,भोजन व अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।

इस दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर,उद्योग राज्यमंत्री केके विश्नोई,विधायक महंत प्रतापपुरी,विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सहित कई जनप्रतिनिधि एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।