- दो और शातिर बंदी चढ़े पुलिस के हत्थे
- हत्या का आरोपी एक बंदी पाकिस्तान भागने की फिराक में था
जोधपुर, जिले के फलोदी उपकारागार से दस दिन पहले 16 बंदियों के भागने के मामले में ग्रामीण पुलिस ने गुरूवार को दो और बंदियों को पकड़ऩे में सफलता हासिल की है। एक को पूर्व मेें गिरफ्तार किया गया था। जबकि भगाने में सहयोग करने वाला मुख्य अभियुक्त सबसे पहले पकड़ा गया था। आज पकड़े गए दोनों बंदियों में एक पाक भागने की फिराक में था। मगर पुलिस ने उसे पहले ही दबोच लिया। उसे जैसलमेर के सीमावर्ती मोहनगढ़ क्षेत्र से पकड़ा गया है। जबकि दूसरे को जोधपुर जिले के जांबा पुलिस थाना क्षेत्र से पकड़ा गया।
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल ने बताया कि फलोदी जेल से फरार हुए 16 बंदियों में हत्या के मामले में जेल में बंद शौकत अली को आज जैसलमेर जिले के नहरी क्षेत्र मोहनगढ़ से गिरफ्तार कर लिया। जैसलमेर व फलोदी पुलिस की स्पेशल टीम ने सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर मोहनगढ़ क्षेत्र के मंडाउ गांव में दबिश देकर एक ढाणी से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने उसे शरण देने वाले अमरे खान को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जोधपुर जिले के जांबा पुलिस थाना क्षेत्र से आज एक अन्य बंदी राजकुमार को भी पकड़ा है। इन दोनों को फलोदी लाया जा रहा है। दोनों से पूछताछ में अन्य बंदियों के बारे में अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। एसी कयाल ने बताया कि दोनों बंदी रेगिस्तानी क्षेत्र में लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। पुलिस लगातार इनके पीछे लगी थी, लेकिन ये बेहद चालाकी के साथ अपना ठिकाना बदलते रहे। इस कारण पुलिस को इन दोनों तक पहुंचने में काफी समय लग गया।
मालूम होगा कि 5 अप्रेल की रात फलोदी जेल के प्रहरियों के साथ मिलीभगत कर कुछ बंदी भाग निकले थे। इन बंदियों के साथ कुछ अन्य बंदी भी हो लिए। मूल योजना सात बंदियों के भागने की थी, लेकिन नौ अन्य साथ में हो लिए। जेल से बाहर निकलते ही इनके लिए दो वाहन तैयार खड़े थे। इनमें सवार होकर ये सभी लोग भाग निकले। तीन दिन पूर्व पुलिस ने बीकानेर क्षेत्र से एक बंदी को गिरफ्तार किया था।