जोधपुर शहर का सर्वांगीण विकास मेरी पहली प्राथमिकता : शेखावत

बहुउद्देश्यीय योजनाओं के क्रियान्वयन में ढिलाई पर केंद्रीय मंत्री ने अनेक विभागों के अधिकारियों को खरी-खरी सुनाई

जोधपुर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को जिला विकास, समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने हर विभााग के कार्यों के विषय में विस्तार से फीडबैक लिया और कहा कि संसदीय क्षेत्र के विकास विशेषकर जोधपुर के विकास को लेकर सभी सकारात्मक रूप से सहयोग करें। जोधपुर को प्रथम दस शहरों में लाने के लिए हम कटिबद्ध हैं, लेकिन इसके लिए जिला प्रशासन को दोनों निगम के जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करके आमजन को जागरूक करना होगा, ताकि शहर सुन्दर और स्वच्छ बन सके। शेखावत ने गत बैठक में बताए गए कार्यों पर संतोषप्रद उपलब्धि नहीं होने पर, विशेषकर केन्द्र सरकार की बहुउद्देश्शीय योजनाओं के क्रियान्वयन में ढिलाई पर, संबंधित विभाग के अधिकारियों को खरी-खरी भी सुनाई। अनेक विभागों से खानापूर्ति के तौर पर प्रतिनिधि बैठक में पहुंचे, इस पर मंत्री शेखावत ने कहा कि यह महत्वपूर्ण बैठक है। इसको लेकर अधिकारियों का गंभीर नहीं होना चिंतनीय है। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि जो अधिकारी बैठक में नहीं आए उनसे कारण पूछा जाए। बुधवार को दिशा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए शेखावत ने जिले के अधिकारियों से विभिन्न समस्याओं की जानकारी ली और समाधान ढूंढने को लेकर विस्तृत विमर्श किया। भारत सरकार द्वारा जोधपुर में हाल में स्वीकृत की गई एलिवेटेड रोड के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। बताया गया कि इसकी विस्तृत डीपीआर बन रही है। मंत्री ने कहा कि यह प्रोजेक्ट लगभग डेड हो चुका था, लेकिन प्रयास किया तो काम हो गया। ऐसे अन्य कई प्रोजेक्ट हैं, जिन पर प्रशासन सकारात्मक सोच के साथ मिलकर सार्थक तरीके से काम करे तो जोधपुर का कायाकल्प हो सकता है।
जल जीवन मिशन योजना के विषय में उन्होंने विस्तार से जानकारी ली और कहा कि अनेक मामलों में देखा गया है कि ग्राम पंचायत स्तर पर इस योजना से अधिक से अधिक लाभ पहुंचाया जा सकता है, लेकिन बीडीओ स्तर के कई अधिकारी गंभीरता से काम नहीं करते, इसका खामियाजा आम जनता का भुगतना पड़ता है। जेठानिया में पाईप लाइन बिछाने के बाद दुबारा उखाड़ने के मामले में संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी भी जताई। नरेगा के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि हमें तालाबों और चारागाहों के काम पर भी जोर देना चाहिए। मुद्रा योजना और स्ट्रीट वेंडर के लिए केन्द्र सरकार द्वारा आरंभ की गई ऋण योजनाओं को लेकर बैंकों की कार्यशैली पर मंत्री शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने छोटे कारोबार करने वालों को सम्बल देने के लिए योजना आरंभ की, लेकिन बैंकर किसी न किसी बात को लेकर अडंगा लगा देते हैं, जबकि मुद्रा योजना में भी बैंक सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। इस पर संबंधित अधिकारी को विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने भैरव नाला के काम को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया। सारण नगर क्षेत्र में सैन्य क्षेत्र से निकलने वाले नाले के काम के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली और कहा कि कहीं कोई अड़चन है तो प्रशासन बताए। बारिश के दिनों में तो इस क्षेत्र के लोगों के लिए भारी परेशानी हो जाती है।
नगर निगम के कार्यों, विशेषकर घर-घर कचरा संग्रहण को लेकर शेखावत ने कहा कि जोधपुर को प्रथम दस शहरों में लाना है। अब तो दो निगम हो चुके हैं। उन्होंने जिला कलक्टर से कहा कि दोनों महापौर और सभी पार्षदों का सहयोग लेकर आमजन में स्वच्छता को लेकर जन जागरुकता का कार्यक्रम चलाया जाए। हमें लोगों के व्यवहार में बदलाव लाना होगा, ताकि स्वच्छता के प्रति सजगता आ सके। हमारा शहर सुन्दर और स्वच्छ बन सके।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए शौचालयों के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार ने करोड़ो रुपए खर्च करके इनका निर्माण किया, लेकिन रखरखाव नहीं होने से इनका सही तरीके से उपयोग नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ग्राम पंचातयों के साथ मिलकर काम करे, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास हो सके। ग्राम सेवक पंचातयों की बैठकों में थानेदार बनकर नहीं जाएं, वो केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में बताएं, ताकि ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ मिल सके। पंचायती राज संस्थानों के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित करने के उद्देश्य से अधिकारी व कर्मचारी काम करें। फलोदी विधायक पब्बाराम विश्नोई ने अपने विधानसभा क्षेत्र से संबंधित समस्याओं के बारे में जानकारी दी। करीब साढ़े तीन घंटे तक चली इस बैठक में सभी विभागों में संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से फीडबैक लिया गया।
बैठक समाप्त होने से पहले मंत्री शेखावत ने कहा कि अनेक विभागों से प्रमुख अधिकारी बैठक में क्यों नहीं आए? उन्होंने पूछा कि रेलवे से कौन आया तो एक एईएन खड़ा हुआ। पोस्टल विभाग से भी सक्षम अधिकारी नहीं आया। इस पर उन्होंने खासी नाराजगी जताई और कहा कि यह उचित नहीं है। उन्होंने जिला कलक्टर से कहा कि किस विभाग से कौन नहीं आया इस बारे में विस्तृत रिर्पोट संबंधित अधिकारी से मांगी जाए उससे कारण पूछा जाए। इससे पहले, जिला कलक्टर इन्द्रजीत ने केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का पुष्पगुच्छ भेंट करके स्वागत किया।

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