डीजे की धमचक और डांडियों की खनक से गूंजा आदर्श नगर
- आदर्श नगर में तीन दिवसीय डांडिया महोत्सव के दूसरे दिन उत्साह से लबरेज दिखे क्षेत्रवासी
- सिद्धेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में खनकी डांडिया उत्सव चरम पर
- बच्चों की परफॉर्मेंस व ऊर्जा के सभी हुए कायल
- पुरुषों ने भी डांडिया के साथ मिलाया कदमताल
जोधपुर(डीडीन्यूज),डीजे की धमचक और डांडियों की खनक से गूंजा आदर्श नगर। तीन दिवसीय डांडिया महोत्सव के दूसरे दिन चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के सेक्टर 20E स्थित आदर्श नगर की महिलाओं ने डांडिया में डीजे की सुमधुर धुन में कदम से कदम मिलाकर ऐसा रास रचाया कि मानो वृन्दावन में गोपियों की रास लीला चल रही हो।
आयोजन समिति के अनुसार तीन दिवसीय इस डांडिया महोत्सव के दूसरे दिन श्रीसिद्धेश्वर महादेव की पूजा आरती और देवी माता की आरती के बाद डांडिया स्थल पर कालोनी के वरिष्ठ जन ने माता रानी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।
यह भी पढ़िए – एम्स जोधपुर में कटे हुए दोनों हाथों का सफल प्रत्यारोपण
सर्व प्रथम महिलाओं के ग्रुप ने विभिन्न रंगों और डिजाइनिंग की साड़ी के वेश में डांडिया लेकर गरबा के गानों पर कदम से कदम मिलाकर ऐसा समा बांधा,जैसे ये महिलाएं ट्रेनिंग लेकर डांडिया खेल रही हों।महिलाओं की प्रस्तुति के बाद बारी आई लड़कियों की सभी लड़कियां एक साथ मैदान में उतरी तो उनके माता पिता नजारा देखकर रोमांची हो कर तालियों की गड़गड़ाहट से बच्चों का हौसला बढ़ाया। आम यह था कि ये बच्चे रोके नहीं रुक रहे थे।
डांडिया की तीसरी प्रस्तुति के लिए लड़के और लड़कियां का दल मैदान में उतरा तो सभी ने उन्हें प्रोत्साहित किया। लड़कों ने भी गरबा के परम्परागत गीतों व डीजे की धुन पर थिरकने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। दर्शकों ने भी खूब दाद दी। इसके बाद फिर एक बार महिलाओं ने अपनी सुंदर और लयबद्ध प्रस्तुति से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। अपनी सार्थक और नपे तुले कदमों और डांडियों की टंकार की प्रस्तुति ने खूब तालियां बटोरी।
इस उत्सव में खास बात यह रही कि सीनियर सिटीजन भी ठुमके लगाने से अपने आप को रोक नहीं पाए और उतर गए मैदान में। इसके बाद पुरुषों ने डांडिए संभाला और डांडिया की धुन में लगे थिरकने।इसमें डांडिया खेलने के लिए मान मनुहार का दौर भी चला। इसके बाद बच्चों ने पुनः मैदान में पहुंच कर साबित कर दिया कि वे थकने वाले नहीं हैं। नियमों का पालन करते हुए रात ठीक 10 बजते ही डांडिया समापन की घोषणा कर कल फिर आयोजन होने के वादे के साथ दूसरे दिन का आयोजन संपन्न हुआ।
इस उत्सव के लिए आयोजन समिति ने लंबे समय से तैयारियों की थी। डांडिया स्थल मंदिर प्रांगण पर आकर्षक सजावट के साथ विद्युत रोशनी की गई थी। परिसर की चारदीवारी को मनमोहक लुक दिया गया। डांडिया महोत्सव के अंतिम दिन समापन पर डांडिया में भाग लेने वाले सभी बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा।