जोधपुर, मशहूर शायर व उर्दू अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष एडी राही का सोमवार को निधन हो गया है। मक़बूल और अज़ीम शायर एडी राही की शायरी आम आदमी के हक़ में एक ताकतवर लफ़्ज़ों में वकालत थी। उर्दू अदब में उन्हें बड़ा मकाम हासिल था। उनकी उर्दू अदब और राजस्थान उर्दू अकादमी के बतौर नायब सदर की गई खिदमात को हमेशा याद किया जाएगा। राही का इंतेक़ाल उर्दू अदब व राजस्थान साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति होने के साथ गंगा जमनी तहज़ीब की गौरवमयी परम्परा को गहरा आघात भी है। उनके निधन से शोक छा गया। मरूम राही ने प्रदेश में उर्दू भाषा को प्रोत्साहित करने व नये फ़नकारों को मौका देने का समर्पित भाव से कार्य किया था। उनकी शायरी में परम्परा व नव सृजन का उत्कृष्ट सामंजस्य देखने को मिलता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राही के निधन पर गहरी संवेदन प्रकट की और इसे उर्दू अदब की अपूर्ण क्षति बताया। संगीत नाटक अकादमी के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रमेश बोराणा ने राज्य के वरिष्ठ शायर को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।