योग और विरासत का मिलन एएसआई स्मारकों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह

नई दिल्ली(डीडीन्यूज),योग और विरासत का मिलन एएसआई स्मारकों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राष्ट्रव्यापी भव्य समारोह में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तत्वावधान में 81 विरासत स्थलों पर शनिवार को आयुष मंत्रालय के सहयोग से जीवंत योग सत्र आयोजित किए गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का नेतृत्व किया। उन्होंने योग की समावेशी प्रकृति पर जोर देते हुए कहा कि “योग सभी के लिए है,यह सीमाओं, पृष्ठभूमि,उम्र या क्षमता से परे है।” उन्होंने कहा कि इस योग दिवस को मानवता के लिए योग 2.0 की शुरुआत के रूप में मनाएं,जहां आंतरिक शांति वैश्विक नीति हो।

एक पृथ्वी,एक स्वास्थ्य के लिए योग विषय शारीरिक फिटनेस को सचेत जीवन शैली के साथ जोड़ने में विश्व का नेतृत्व करने के भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाता है। इससे वैश्विक स्तर पर समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। गुजरात में अडालज की वाव से लेकर कोणार्क के सूर्य मंदिर तक इन वास्तुकला के आश्चर्यों पर हर उम्र के लोगों ने सामूहिक योगाभ्यास किया। इन स्थलों पर योग एक प्राचीन स्वास्थ्य परंपरा के भव्य उत्सव का आयोजन हुआ। इसे आज हर वर्ग के लोग अपना रहे हैं।

इस समारोह के एक भाग के रूप में, कई केन्द्रीय मंत्रियों ने एएसआई संरक्षित स्मारकों पर योग सत्र में भाग लिया। यह राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में योग के महत्व को दर्शाता है। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के जोधपुर में मेहरानगढ़ किले में योग किया; आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली में जंतर-मंतर पर योग किया; प्रहलाद जोशी ने पट्टाडकल स्मारक समूह में योग किया तथा देश भर में विभिन्न स्थानों पर अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने योग किया। उनकी भागीदारी ने एकता और सांस्कृतिक गौरव का एक शक्तिशाली संदेश दिया। इसने देश भर के नागरिकों को योग को जीवन शैली के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया।

आयुर्वेद विवि.में बारिश के बीच किया योगासन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम का सभी 81 एएसआई स्थलों पर सीधा प्रसारण किया गया,जहाँ प्रतिभागियों ने एक साथ इसका अनुसरण किया। योग भारत की ओर से दुनिया को दिया गया एक अमूल्य उपहार है जो पूरी मानवता के लिए समग्र लाभ प्रदान करता है।