जोधपुर, शहर के भीतरी क्षेत्र खेजड़ी का चौक क्षेत्र में रहने वाले सहायक पुलिस उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह ने गुरूवार को दिन में अपने घर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। उनका मानसिक उपचार भी चल रहा था और वर्तमान में वे पिछले तीन चार माह से पुलिस लाइन में ही तैनात थे। वक्त घटना दोपहर में घर कोई नहीं था।

एक पुत्र दोपहर में घर लौटा तब उसे पता लगा। इस पर फंदे से उतार कर उन्हें पहले निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां से बाद में एमजीएच रैफर कर दिया गया। मगर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम करवा दिया गया है। अंधेरा होने पर अब परिजन शुक्रवार को लेकर जाएंगे।

सदर कोतवाल थानाधिकारी हरीशचंद्र सोलंकी ने बताया कि उम्मेद चौक स्थित खेजड़ी का चौक में रहने वाले 51 वर्षीय नरेंद्र सिंह सोलंकी पुत्र देवीसिंह कमिश्नरेट में सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) के पद पर कार्यरत थे। एएसआई नरेंद्र सिंह इन दिनों पुलिस लाइन में तैनात थे। आज दोपहर में एएसआई नरेंद्र सिंह अकेेले थे। परिवार के अन्य सदस्य रिश्तेदारी में खाना खाने के लिए गए थे। दोपहर में उनका पुत्र दिज्विजय सिंह भी घर के पास ही बाहर चला गया था। बाद में दोपहर करीब एक से डेढ़ बजे के बीच जब वह घर लौटा तो अपने पिता एएसआई नरेंद्र सिंह सोलंकी को गमछानुमा कपड़े से बने फंदे पर झूलता देखा, जिसके बाद उसके पैरों तले जमीन खिसक गई और वह चिल्लाने लगा। शोर शराबा सुनकर मौहल्लेवासी एकत्रित हो गए और उन्होंने एएसआई नरेंद्र सिंह को फंदे से नीचे उतारा और तुरंत ही निजी अस्पताल लेकर गए। मगर बाद में एमजीएच की इमरजेंसी में लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने सहायक उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह सोलंकी को मृत घोषित कर दिया। थानाधिकारी ने बताया है कि एएसआई नरेंद्र सिंह सोलंकी का मानसिक उपचार भी साल भर से चल रहा था। मानसिक परेशानी में उन्होंने यह कदम उठाया होगा। उनके दो पुत्र है। एक शादीसुदा है और वह निजी फर्म में काम करता है। दूसरा पुत्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है।