अनुसंधान अधिकारी और थानाधिकारी पर 21 किलो पिस्ता खुर्दबुर्द करने का आरोप
- दो साल पहले कार दुर्घटनाग्रस्त हुई
- चार्जशीट पेश की,मगर पिस्ता का जिक्र नहीं
- ट्रक का चालक भी किसी और को बता कर अन्य को मुल्जिम बनाया
जोधपुर,अनुसंधान अधिकारी और थानाधिकारी पर 21 किलो पिस्ता खुर्दबुर्द करने का आरोप। शहर के मंडलनाथ स्थित सुचेता कृपलानी महाविद्यालय के पास में वर्ष 2022 में एक कार और ट्रक में दुर्घटना हुई थी। कार में सवार चार लोग घायल हो गए थे। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मामले की जांच करवड़ थाने के एक हैडकांस्टेबल द्वारा की गई। मगर जांच सही नहीं करने और कार से 21 किलो पिस्ता गायब करने आरोप अब लगा है। कोर्ट से मिले इस्तगासे में करवड़ थाने के हैडकांस्टेबल और तत्कालीन थानाधिकारी को आरोपी बताया गया है। करवड़ पुलिस ने अब मामला दर्ज किया है।
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मामले को लेकर बड़ाबास मथानिया के श्रवणकुमार पुत्र फूसाराम, गोलीयाली बेरा मथानिया निवासी श्यामसुंदर पुत्र जगदीश,झरबबेरा मथानिया निवासी सुरेश पुत्र झूमर लाल परिहार एवं मथानिया बस स्टेण्ड के पास रहने वाले रवि पुत्र हनुमान गोयल की तरफ से संयुक्त रिपोट दर्ज कराई गई है।इसमें बताया कि 12 दिसम्बर 22 को यह लोग श्रवण कुमार की कार लेकर जोधपुर से मथानिया की तरफ जा रहे थे। तब माणकलाव सुचेता कृपलानी महाविद्यालय के सामने एक ट्रक चालक ने कार को टक्कर मार दी। जिससे तीन गंभीर घायल श्रवण कुमार, श्यामसुंदर एवं सुरेश परिहार को एमडीएम रैफर किया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार 13 दिसम्बर को इसमें मुरलीधर पुत्र सोहनलाल की तरफ से ट्रक चालक के खिलाफ रिपोर्ट दी गई। जिसकी पहचान मणाई निवासी सुमेर नाई के रूप में की गई थी। वक्त घटना नरपत नाम के एक शख्स ने वीडियो बनाया था जिसमें चालक सुमेर नाई होना प्रतीत हुआ था। इस प्रकरण में जांच करवड़ थाने के हैडकांस्टेबल देवकरण की तरफ से जांच आरंभ की गई।
रिपोर्ट में आरोप है कि हैडकांस्टेबल देवकरण ने जांच सही नहीं की और ट्रक का चालक पुरानी भाखरी बास निवासी मदनलाल को बता कर चार्ज शीट पेश कर दी। चूंकि श्यामसुंदर मथानिया बस स्टेण्ड के पास में न्यू परिहार नाम से मिठाई की दुकान संचालित करता है। उस दिन यह लोग मंडोर मंडी से 21 किलो पिस्ता लेकर लौट रहे थे। कार में पिस्ता था वह खुर्दबुर्द कर दिया गया। जांच अधिकारी को पिस्ता के बारे में जिक्र किया तो कहा कि वह मालखाने में है और चार्जशीट में उसका जिक्र कर दिया गया है। मामले में 16 जनवरी 23 को चार्जशीट पेश की गई थी।
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रिपोर्ट मेंं परिवादियों ने आरोप लगाया कि हैडकांस्टेबल देवकरण ने सही जांच नहीं की और 21 किलो पिस्ता को खुर्दबुर्द करने के साथ ट्रक का चालक भी किसी और को बताकर मुल्जिम बना दिया। इसमें तत्कालीन थानाधिकारी पर भी आरोप लगाया गया है कि उनकी देखरेख में काम होता है मगर उन्होंने ध्यान नहीं दिया।