विजन-2030 को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत दिखे गंभीर
- गृह जिले में मीडिया से बात
- विजन 2030 को आमजन तक पहुंचाने की अपील
- सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस सरकार की साढे चार साल की उपलब्धियां गिनाई
जोधपुर,विजन-2030 को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत दिखे गंभीर।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने दो दिवसीय जोधपुर दौरे के दौरान साढे चार साल में किए गए विकास कार्यों की उपलब्धियां पर फोकस किया। उन्होंने मीडिया के माध्यम से विजन 2030 को आम जनता पहुंचने का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि हमारी योजनाओं और लगातार उपलब्धियों के चलते राजस्थान देश में विभिन्न मामलों में दूसरे नंबर पर आया है।सोमवार रात लंबे समय बाद होटल श्रीराम एक्सीलेंसी में मीडिया से रूबरू हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ इस संवाददाता सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के अलावा कांग्रेस के कई नेता मौजूद थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ओपी एस लागू करने से लेकर सोशल सिक्योरिटी का जिक्र किया और कहा कि यह पूरी दुनिया में लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अकाल और सूखे के अलावा विभिन्न हालातों के बीच राजस्थान सरकार ने जिस तरीके से कामकाज किया है उसके चलते उत्तर भारत में हम आर्थिक स्तर पर नंबर वन पर हैं,आईटी के क्षेत्र में हम नंबर वन पर हैं,शिक्षा के क्षेत्र में लगातार हम विकास की ओर आगे बढ़ रहे हैं। जोधपुर की बात करें तो यहां चाहे एम्स की बात हो फिंटेक यूनिवर्सिटी की बात हो,स्किल डेवलपमेंट स्टार्टअप की बात हो या फिर मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी की बात हो विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
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उन्होंने सरकारी कर्मचारियों के लिए आरजीएचएस योजना का जिक्र करने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बदले की भावना और सौतेले व्यवहार के चलते बीजेपी ने हमारे कई कामकाज बंद कर दिए थे। दिमाग का दिवालियापन इतना अधिक था कि कॉलेज तक को शिफ्ट कर दिया गया था लेकिन हमने 303 कॉलेज खोले हैं। हमारी सरकार ने केंद्र सरकार से मांग की है कि सोशल सिक्योरिटी को पूरे देश में लागू किया जाए,यही नहीं किसानों की जमीन बचाने के लिए हमने तो कानून भी बनाया है।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान भर में चलाए जा रहे अभियान का जिक्र किया और कहा कि छेड़छाड़ की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। संजीवनी घोटाले मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि मानहानि मामले में आज मेरी तीसरी पेशी थी। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि केंद्रीय मंत्री की लाखों लोगों के पीड़ित होने पर क्या उनकी जिम्मेदारी नहीं बनती ? उन्होंने कहा कि जब वे केंद्रीय मंत्री बने तो प्रधानमंत्री की नीति आयोग की बैठक में शामिल होते वक्त धन्यवाद भी दिया कि उन्हें इतना बड़ा मंत्रालय दिया, जब वे केंद्रीय मंत्री बने तो मुझे खुशी हुई लेकिन मुझे यह उम्मीद नहीं थी कि वह लापरवाह किस्म के इंसान है और टाइम पास मंत्री हैं। संजीवनी घोटाले मामले में उन्होंने कहा कि जब एसओजी की रिकॉर्ड में आए तब मैं उनका नाम लिया। मैं तो यह पूछना चाहता हूं कि अधिकांश लोग जोधपुर संभाग के हैं इसलिए केंद्रीय मंत्री को आगे आना चाहिए लेकिन उन्होंने तो मौन धारण कर लिया है।एसओजी में जांच पूरी हो गई,एफएसएल की जांच हो गई है,पूरा परिवार शामिल है। पूरी तरह से जांच हुई है और यह सच्चाई भी है आपको मंत्री रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। गलती स्वीकार करने के साथ हमसे बात करो राज्य सरकार पूरा सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैं कोर्ट का सम्मान करता हूं,मैं सभी से प्यार करता हूं किसी से कोई दुश्मनी नहीं है लेकिन गरीबों को राहत देने के लिए कृपा करके आगे आना चाहिए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री को लेकर सवाल उठाया कि जब आप मुलजिम नहीं थे तो हाई कोर्ट क्यों गए। हम चाहते हैं कि संजीवनी मामले की जांच भी ईडी ही करे। केंद्रीय मंत्री कहते है कि सीएम मेरी पॉलिटिकल हत्या करना चाहते हैं लेकिन जो भी लेनदेन हुआ है वह तो बैंक के रिकॉर्ड में है।
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विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि नए चेहरों को टिकट मिले इसके लिए प्रयास होंगे और जीतने वाले उम्मीदवारों को आगे आना चाहिए। कोटा में लगातार हो रही आत्महत्या के मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि सरकार इस मामले को लेकर चिंता में है और इस संबंध में जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री ने इशारा किया कि इस बार पब्लिक का मूड है कि सरकार रिपीट हो लेकिन जनता बीजेपी का चेहरा जरूर ढूंढ रही है। उन्होंने जोधपुर के पत्रकारों को राजस्थान भर में पत्रकारों के विकास के लिए उठाए गए कदम की जानकारी देने के साथ जोधपुर के पत्रकारों की लंबे समय से चल रहे भूखंड मामले को शीघ्र निस्तारण का भरोसा दिलाया। कहा कि राजस्थान में पत्रकारों को भूखंड देने की शुरुआत सबसे पहले मैंने ही की थी। इस अवसर पर सीपी जोशी ने पत्रकारों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और खुद के रिश्तों को जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें सबसे पहले कैबिनेट मंत्री बनाया और हमेशा आगे बढ़ाने में साथ दिया। मंत्रिमंडल में जिम्मेदारी सौंपने से लेकर कांग्रेस संगठन में भी अपने साथ रखा। विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी कम नहीं होती है,मैंने पूरा प्रयास किया कि जो जिम्मेदारी मुझे दी गई है उसे सही ढंग से निभाऊँ। जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सराहना करते हुए कहा कि 1980 से वे अशोक गहलोत के साथ है और गहलोत जिम्मेदारियां निभाने के साथ जो तस्वीर बदली है वह एक दिन में नहीं बल्कि लंबा समय लगा है। उन्होंने रिफाइनरी का उदाहरण देने के साथ 2030 के विजन का जिक्र किया और कहा कि चाहे जोधपुर हो या राजस्थान विकास के लिहाज से मुख्यमंत्री तस्वीर बदलने का काम किया है। आज जीडीपी में राजस्थान दूसरे नंबर पर है और 2004 से लेकर अब तक के आंकड़े सबके सामने है कि कांग्रेस का वोट बीजेपी से हमेशा अधिक रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत देश के अलग तरह के नेता हैं जो सरकार को बनाए रखने की चुनौती को भी अच्छे से निभाना जानते हैं।मैं अशोक गहलोत का दोस्त नहीं हो सकता,मैं पहले फॉलोअर था और अब कोलोबेटर हूं।
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