नशा मुक्ति पर लघु नाटक का मंचन
जोधपुर, कॉलेज शिक्षा निदेशालय के आदेश अनुसार समस्त राजकीय महाविद्यालय में नशा मुक्ति हेतु विभिन्न आयोजन के तहत व्याख्यान जागरूकता की जानकारी व लघु नाटिकाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत बुधवार को राजकीय कन्या महाविद्यालय सूरसागर में नुक्कड़ नाटक की तर्ज पर नशा मुक्ति पर एक लघु नाटिका छात्राओं द्वारा प्रस्तुत की गई।
‘नशा नासूर है’ शीर्षक की इस लघु नाटिका का बालिकाओं ने भावपूर्ण मंचन कर सधे हुए अभिनय से बताया कि जब पिता नशा करता है तो बच्चों पर क्या असर होता है, नशा जब पति करता है तो पत्नी पर क्या असर होता है, नशा जब एक व्यक्ति करता है तो समाज पर क्या असर होता है, इसके दुष्परिणाम को साकार रूप देते हुए महाविद्यालय की छात्राओं ने उम्दा प्रस्तुति दी। लघुनाटिका में रक्षा प्रेरणा, दिव्या, उर्मिला, सुमन, लक्षिता व शुआ इत्यादि छात्राएं मुख्य पात्र थी।
इसका निर्देशन महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ अलका बोहरा ने किया। इस अवसर पर अपने अनुभव व्यक्त करते हुए छात्रा सुमन ने बताया कि वे छोटे-छोटे बालक जो नशा करना सीख चुके हैं उनसे नशा छुढ़वा कर और उन्हें अध्ययन की ओर प्रेरित करती रहती है। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ माला माथुर ने छात्राओं का मनोबल बढ़ाया और नशे के दुष्परिणाम कितने भयावह होते हैं इस हेतु अपने अड़ोस पड़ोस में जागरूकता बढ़ाने के लिए छात्राओं को संदेश दिया। इस अवसर पर डॉक्टर मौजम अली, डॉक्टर प्रवीण व रविंद्र उपस्थित थे। मंच का संचालन सतीश बोहरा ने किया।
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