जोधपुर, पश्चिमी राजस्थान का कुंभ कहे जाने वाले लोकपूज्य बाबा रामदेवजी समाधि स्थल रामदेवरा (रूणीचा) का द्वार 76 दिनों के लंबे समय अंतराल के पश्चात आज 5 बजे खुल गया। प्रशासन व समाधि समिति की तरफ से सभी माकूल व्यवस्था की गई। समाधि स्थल पर प्रातः मंगला आरती के पश्चात समाधि स्थल को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।
कोरोना गाइडलाइन की पूर्ण रूप से पालना हो इसके लिए समाधि समिति के पदाधिकारी विशेष रूप से जुटे हुए हैं। अलग-अलग स्थानों से आने वाले श्रद्धालु कतारबद्ध होकर बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन कर रहे हैं। समाधि स्थल खुलने से लेकर श्रद्धालुओं में जोश व उत्साह देखने को मिल रहा है।
अल सुबह 5 बजे बाबा रामदेव समाधि समिति की तरफ से बाबा रामदेव समाधि स्थल पर मंगला अभिषेक आरती की गई। उसके पश्चात समाधि स्थल आम श्रद्धालु लोगों के लिए खोल दिया गया। देश भर से आए श्रद्धालु कोविड-19 की पालना करते हुए कतार बद्ध होकर बाबा की समाधि के दर्शन करने के लिए समाधि स्थल पहुंच रहे हैं।
समाधि स्थल के मुख्य द्वार पर समाधि समिति के कर्मचारियों द्वारा कोरोना की प्रथम डोज लगी होने वाले श्रद्धालुओं को ही समाधि स्थल के अंदर प्रवेश करने दे रहे हैं। कानून व सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन की तरफ से भी माकूल प्रबंध किए गए हैं। समाधि स्थल के अंदर पूजन सामग्री ले जाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है।
इसके पश्चात भी बाबा रामदेवजी की समाधि के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का जोश व उत्साह देखते ही बनता है। कोई दंडवत करते हुए तो कोई पेट के बल लुढ़कते हुए बाबा की समाधि के दर्शन करने के लिए समाधि स्थल तक पहुंच रहे हैं। बाबा की जय जय कार से धार्मिक स्थल इन दिनों गुलजार दिखाई दे रही है। जिससे दुकानदारों के चेहरे पर भी रौनक देखने को मिल रही है।
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