खेजड़ली पर्यावरण मेला 2 सितंबर को,रक्त दान कर शहीदों को देंगे श्रद्धांजलि
मेले की तैयारियां लेकर बिश्नोई समाज के विभिन्न संगठनों की रहेगी महत्वपूर्ण भूमिका
जोधपुर(डीडीन्यूज),खेजड़ली पर्यावरण मेला 2 सितंबर को,रक्त दान कर शहीदों को देंगे श्रद्धांजलि।जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर की गुरु जम्भेश्वर शोध पीठ द्वारा 1 सितंबर प्रातः 10 बजे से खेजड़ली शहीदी स्थल पर पर्यावरण संगोष्ठी,संत मंडली व गायणाचार्य द्वारा शाम 8 बजे से भजन संध्या व पर्यावरण प्रेमी संगठन बिश्नोई कमांडो फोर्स द्वारा जोधपुर में दीपदान से 363 शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की जायेंगी।
खेजड़ली राष्ट्रीय पर्यावरण संस्थान के अध्यक्ष मलखान सिंह बिश्नोई ने बताया कि 2 सितम्बर को प्रातः 8 बजे से रुड़कली महन्त शिवदास व खेजड़ली महन्त के सानिध्य में गुरु जम्भेश्वर शब्दवाणी व वैदिक मंत्रोच्चार से हवन किया जायेगा। घी खोपरा व हवन सामग्री से मेले में दिन भर हजारों लोग आहुतियां देकर अपने प्रकृति रक्षार्थ 363 अमर बलिदानियों को याद करेंगे और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दोहरायेंगे।
9 बजे समाज के जनप्रतिनिधियों द्वारा शहीदी स्थल पर भगवा ध्वज का रोहण कर मेले की विधिवत शुरुआत की जायेगी। इसके बाद पर्यावरण सभा का आयोजन होगा जहां पर्यावरण व वन्यजीव संरक्षण के साथ सामाजिक व शिक्षा क्षेत्र में सक्रिय लोगों को सम्मानित भी किया जायेगा।केन्द्र व राजस्थान सरकार के जनप्रतिनिधियों को मेले में आमंत्रित किया गया है।
बिश्नोई टाईगर्स वन्य एवं पर्यावरण संस्थान बिश्नोई टाईगर फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल भवाद ने बताया कि हरे वृक्ष रक्षार्थ 363 अमर शहीदों की याद में पर्यावरण प्रेमियों द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सैंकड़ों लोगों द्वारा रक्तदान करके हरियालौ राजस्थान के तहत पौधारोपण किया जायेगा।
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इस संबंध में बिश्नोई टाईगर फोर्स संस्थान के पदाधिकारियों की ओनलाइन बैठक हुई जिसमें रक्तदान शिविर व पौधारोपण कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस अवसर पर संस्था के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल भवाद,उपाध्यक्ष रामनिवास धोरू,प्रदेश संगठन मंत्री उदाराम गोदारा,महासचिव बलवीर सिंह बाबल,प्रदेश सचिव लिखमाराम लोहमरोड़,प्रवक्ता सुरज प्रकाश सारण,हिम्मताराम भादू,भजन हिंगोली,भरत खेड़ी,ओमप्रकाश खोत,रामसुख बोला,इंद्रजीत गीला, फरसाराम सोऊ,दीनदयाल बाबल, एडवोकेट दिनेश कुमार बिश्नोई, मास्टर श्याम बाबल,प्यारेलाल लाम्बा,हीराराम,पूर्व सरपंच रामूराम कांवा,सागर बेनीवाल, घेवरराम गोदारा,राजुराम फौजी इत्यादि कार्यकर्ता मौजूद थे।
