वांछित कैलाश महाराष्ट्र के रायगढ़ में साईक्लोनर के टीम के हत्थे चढ़ा
- रेंज साइक्लोनर पुलिस का ऑपरेशन कांगो
- काले नोटों की कमाई में परिवार की – बहनों की आंखें भी चुधियां गई
- 25 हजार का था इनाम घोषित
जोधपुर(डीडीन्यूज),वांछित कैलाश महाराष्ट्र के रायगढ़ में साईक्लोनर के टीम के हत्थे चढ़ा। जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने ऑपरेशन कांगो चलाकर मादक पदार्थ तस्करी के वांछित अभियुक्त को महाराष्ट्र के रायगढ़ से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी चित्तौडग़ढ़ जिले का कुख्यात बदमाश है।
इसे भी पढ़िए – भूखण्डों के फर्जी दस्तावेज दिखाकर लोगों से लाखों की ठगी का आरोपी गिरफ्तार
आरोपी फतेह सागर पीलवा लोहावट का कैलाश जांगू पुत्र खम्मुराम को पकड़ा गया है। आरोपी पिछले 2 वर्षों से पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार चल रहा था। उस पर चितौडग़ढ़ पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था।
लंबे से गतिविधियां चला रहा था
आईजी रेंज विकास कुमार ने बताया कि चित्तोडग़ढ़ पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना कैलाश लम्बे समय से फरार रहकर अपनी गतिविधियां चला रहा था। साईक्लोनर टीम की विशेषज्ञता देखकर चित्तोडग़ढ़ पुलिस ने साइक्लोनर टीम से सहयोग मांगा और कैलाश जांगु का विवरण प्रेषित किया। जिसके आधार पर ऑपरेशन कांगो चलाया गया।
पढ़ाई लिखाई में कमजोर फिर गैस का काम किया
कैलाश जांगू पढ़ाई लिखाई में कमजोर होने के साथ वह 10वीं में फेल होकर महाराष्ट्र् फिर गुजरात गया। गैस का काम किया,वहां से बेईमानी की तो भगा दिया गया। वापस राजस्थान आकर गाडिय़ों का व्यापार किया। उसी चक्कर में मादक पदार्थ के तस्करों के सम्पर्क में आया। आसान और अचानक पैसा आता देखकर मादक द्रव्यों की तस्करी के दलदल में घुस गया। इसके बाद फिर साझेदारों से विवाद हुआ,गुटबाजी हुई,मुकदमेंबाजी हुई, पंचायती हुई और फिर ढ़ाक के तीन पात की तर्ज पर कैलाश फिर से अर्श से फर्श पर आ गिरा।
गिरफ्तारी की तलवार सर पर लटकने लगी
आईजी विकास कुमार ने बताया कि शातिर कैलाश साझेदारों से विवाद के बाद ही पहली बार पुलिस की निगाह में आया वरना सालों तक पुलिस को उनके काले कारनामों की भनक तक नहीं लगा पायी।
सफेदपोश कैलाश गाडिय़ों का व्यापारी बनकर समाज में जहर की विषबेले रोपता रहा और अपनी समृद्धि की सीढिय़ां समाज को विनाश के गर्त में धकेलकर चढ़ता गया। पहले तो भाई और 4 बहनों ने बहुत समझाया तथा रास्ते पर लाने का प्रयास किया पर फिर कैलाश के कमाए काले नोटों की चमक ने उनकी आँखें चौधियां दी और वह भी चुप हो गये। आरोपी भारी मात्रा में लगभग 41 क्विंटल डोडा पोस्त बरामदगी जो एक ट्रक से बरामद हुए थे वांछित होने के कारण साईक्लोनर सेल ने ऑपरेशन कांगो चलाया था।
मैं समंदर हूं,मेरा पानी उतरता देखकर मेरे किनारे पर घर मत बना लेना
आईजी विकास कुमार ने बताया कि वह बड़े-बड़े ख्वाब देखने का शौकीन और लम्बे हाथ मारने का आदी था। कैलाश एक के बाद एक परेशानियों के भंवर में फंसता ही चला गया। वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने में बड़ा वित्तीय घाटा लगा। साझेदारों के साथ पैसों के लेनदेन को लेकर झंझट हुआ,चित्तोडग़ढ़ के मादक द्रव्यों के बड़े मामले में गाड़ी पकड़ी गई,नामजद भी हो गया तो मुसीबतों का पहाड़ घिर आया।पकड़े जाने के भय से कैलाश लगातार भागता फिरा। कैलाश बार-बार कहता था कि मैं समंदर हूं, मेरा पानी उतरता देखकर मेरे किनारे पर घर मत बना लेना,मैं वापस लौटकर आऊंगा।
मित्र से बोला शिखर पर पहुंचुंगा
आरोपी ने अपने एक मित्र को कहा था कि मैं फिर से अपना जीवन उसी बिन्दू से शुरू करूंगा जहां मैं शून्य था और फिर शिखर तक पंहूचूंगा, और दुश्मनों से बदला लूंगा। तब राजस्थान में दूर-दूर तक सुराग न मिलने पर साइक्लोनर ने मलाड़ और रायगढ़ पर ध्यान केन्द्रित कर वहां के गैस सिलेण्डर आपूर्ति कर्ता कम्पनी भण्डारों पर निगाह रखना प्रारम्भ किया।
स्थानीय भंडार पर तस्वीर से लगा पता
पुलिस को मलाड़ से तो कुछ खास नहीं मिला तब रायगढ़ के मानगांव इलाके में भारत गैस के स्थानीय भण्डार पर इसकी तस्वीर के आधार पर सिलेण्डर आपूर्ति कर्ता के रूप में पहचान हो गई। कैलाश ट्रक से सिलेण्डर आते ही भण्डार पर आता और अपनी एजेन्सी के हिस्से के सिलेण्डर लेकर चला जाता था। साइक्लोनर टीम ने भारत गैस के क्षेत्रीय भण्डार से सम्पर्क साधा और मानगांव इलाके के लिए जाने वाले ट्रक और समय का ब्यौरा ले लिया।रायगढ़ के मानगांव में कैलाश को दबोचते ही साईक्लोनर टीम ने चित्तोडग़ढ़ जिले को सूचना दी। चित्तोडग़ढ़ से विशेष टीम विमान से मुम्बई पंहुची। कैलाश को चित्तोडग़ढ़ की टीम को सुपुर्द कर दिया।
आप अपने संस्थान का विज्ञापन बहुत ही कम लागत में यहां देकर प्रचार- प्रसार करके व्यापार को बढ़ा सकते हैं। विज्ञापन के लिए मोबाइल नंबर –9414135588 पर संपर्क कीजिए।