एयर एम्बुलेंस के जरिए जोधपुर एम्स पहुंचे अंग

  • ऐतिहासिक क्षण
  • अंग प्रत्यारोपण प्रक्रिया जारी 
  • लिवर और किडनी जोधपुर एम्स लाए गए
  • प्रत्यारोपण प्रक्रिया जारी
  • डोनर के परिवार की उदारता से संभव

जोधपुर,एयर एम्बुलेंस के जरिए जोधपुर एम्स पहुंचे अंग। राजस्थान में रविवार का दिन चिकित्सा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियों वाला रहा,जब पहली बार हेलीकॉप्टर के जरिए महत्वपूर्ण अंग लिवर और किडनी जोधपुर एम्स अस्पताल लाए गए। यह कदम अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में एक बड़ी ऐतिहासिक उपलब्धि है।

ये अंग झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में एक कैडेवरिक (मृतक)डोनर से प्राप्त किए गए और शीघ्रता से लाकर उनकी गुणवत्ता और उपयोगिता सुनिश्चित की गई। इनका प्रत्यारोपण आज ही देर शाम जोधपुर एम्स में शुरू किया गया,जो खबर लिखे जाने तक जारी थी।

इसे भी पढ़ें – दिव्यांगों के लिए संकल्पबद्ध है प्रदेश सरकार-भंसाली

डोनर 33 वर्षीय विष्णु प्रसाद,11 दिसंबर 2024 को झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए थे। वह एक सड़क दुर्घटना में सिर में गंभीर चोट का शिकार हुए थे। उनकी और उनके परिवार की मानवीय सोच ने इस जीवनरक्षक प्रक्रिया को संभव बनाया है।

अंगों को सफलता पूर्वक प्राप्त करने के लिए ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) जोधपुर की टीम डॉ.पीयूष वार्ष्णेय,डॉ. सुभाष सोनी,डॉ.दीपक भीरूड और डॉ.जितेंद्र ने नेतृत्व किया। इनके साथ ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर कुलदीप सिंह,रमेश और नर्सिंग ऑफिसर मनीष,प्रवीण और दामोदर ने इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंगों की सुरक्षित प्राप्ति के लिए डॉ.शिवचरण नावरिया ने अनुमतियों के समन्वय और सुविधा में योगदान दिया।

यह राजस्थान में पहली बार है जब अंग परिवहन के लिए एयर एम्बुलेंस का उपयोग किया गया है। इससे यात्रा का समय घटा और अंगों की गुणवत्ता को सुरक्षित रखा गया। यह प्रत्यारोपण, जिसमें लिवर और किडनी दोनों एक ही मरीज में लगाए जा रहे हैं। एम्स जोधपुर में बहुअंग प्रत्यारोपण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वाकांक्षी प्रयास है। लीवर प्रत्यारोपण प्रक्रिया डॉ.वैभव वार्ष्णेय और उनकी टीम द्वारा जबकि किडनी प्रत्यारोपण डॉ.संधू और उनकी टीम द्वारा किया जा रहा है।

एम्स जोधपुर में पहली बार दोहरे अंग पहुंचे

हेलीकॉप्टर के माध्यम से लिवर और किडनी एक साथ लाए गए,जिससे समय और गुणवत्ता दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई। एम्स जोधपुर में पहली बार दोहरे अंग एक साथ पहुंचाए गए।

राजस्थान में पहली बार एयर एम्बुलेंस का उपयोग

राजस्थान में पहली बार एयर एंबुलेंस का ऐसा प्रयोग किया गया।यह कदम स्वास्थ्य सेवा में तकनीकी उन्नति और त्वरित प्रतिक्रिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है।

पहला संयुक्त लिवर किडनी प्रत्यारोपण का प्रयास

लीवर और किडनी का संयुक्त प्रत्यारोपण भी पहली बार हो रहा है।यह प्रत्यारोपण एम्स जोधपुर में बहुअंग प्रत्यारोपण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

डोनर के परिवार की उदारता से संभव

यह उपलब्धि डोनर के परिवार की उदारता और विभिन्न संस्थानों की चिकित्सा टीमों के समन्वित प्रयासों का परिणाम है। एम्स जोधपुर गंभीर मरीजों को नई उम्मीद और जीवन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।