जोधपुर, शहर में आज जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने ड्राई रन के माध्यम से कोरोना वैक्सीनेशन की अपनी तैयारियों को परखा। शहर में रेजिडेंसी और बनाड़ अस्पताल में ड्राई रन किया गया। सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा की निगरानी में ड्राई रन हुआ। इसके माध्यम से यह

परखा गया कि वैक्सीन स्टोरेज पॉइंट से वैक्सीन किस तरह जोधपुर पहुंचेगी। जोधपुर में उन्हें कोल्ड चेन पाइंट पर भेजने के बाद एक व्यक्ति को लगाने में कितना समय लगेगा तथा एक दिन में कितने लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती है और इस प्रक्रिया में किस तरह की दिक्कत आ रही है। ताकि उन्हें समय रहते दूर किया जा सके। इस तरह पूरी व्यवस्था को परखा गया। जोधपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मंडा ने बताया कि शनिवार को जोधपुर में अरबन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेजिडेंसी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाड़ में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया गया। यहां पर्यवेक्षण व मॉनिटरिंग के लिए जिला प्रशासन ने अधिकारी नियुक्त किए थे। रेजिडेंसी अस्पताल में इंसिडेंट जोन कमांडर अपूर्वा पर्वाल और सीएचसी बनाड़ में शहर तहसीलदार रमेश कुमार माली को लगाया गया था। इन अधिकारियों को ड्राई ट्रायल में आई समस्याओं के संबंध में आवश्यक फीडबैक की जानकारी प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत करनी होगी। उन्होंने बताया कि दोनों अस्पताल में छह-छह जनों की एक टीम को तैनात किया गया। सबसे पहले जिसे वैक्सीन लगाई जानी है उसे मैसेज भेजा गया। उसके अस्पताल पहुंचने पर एक चिकित्साकर्मी ने उसकी जांच की। उसके पहचान पत्र वगैरह की भी जांच की गई। वेरिफिकेशन के बाद संबंधित शख्स को वैक्सीनेशन रूम में भेजा गया जहां उसे वैक्सीन लगाई गई। उसके बाद संबंधित शख्स को ऑब्जर्वेशन रूम में भेजा गया जहां अगले आधे घंटे के लिए उसकी निगरानी की गई कि कहीं कोई साइड इफेक्ट तो नहीं है। वैक्सीनेशन रूम में एक बार में सिर्फ एक व्यक्ति को एंट्री दी गई, जिन्हें टीका लगना है। रूम में पांच वैक्सीन ऑफिसर थे। इसके अलावा एक सुपरवाइजर था जो पूरी प्रक्रिया पर निगरानी रखे हुए था।